जयपुर: राजस्थान में जारी सियासी हलचल खत्म होने की बजाय बढ़ता ही जा रहा है. रविवार को बहुजन समाजवादी पार्टी (BSP) प्रमुख मायावती (Mayawati) एक व्हिप जारी करते हुए पार्टी विधायकों को कांग्रेस के खिलाफ वोट देने को लेकर नोटिस जारी किया. जिसके बाद सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) की संकट और भी बढ़ गई. मायावती के इस आदेश के बाद बीएसपी से कांग्रेस में शामिल विधायकों में लखन सिंह की प्रतिकिया आई है. उन्होंने मीडिया के बातचीत में कहा कि बीएसपी की तरफ से उन्हें कोई नोटिस नहीं मिला है.
लखन सिंह ने बीएसपी प्रमुख मायावती के व्हिप जारी कर नोटिस देने की बात पर कहा कि इस बात की जानकारी उन्हें मीडिया से पता चला है कि कांग्रेस को वोट नहीं देने को लेकर कांग्रेस से बीएसपी में गए 6 विधायकों नोटिस दिया गया. लेकिन बीएसपी की तरफ से उन्हें कोई नोटिस नहीं मिला है. ऐसे में वे कांग्रेस के साथ है. चाहे कोई भी परिस्थिति आ जाए. वे कांग्रेस के साथ ही रहने वाले हैं. लखन सिंह ने यह भी कहा कि पहले ही 6 के 6 विधायक कांग्रेस में विलय हो चुके हैं. ऐसे में यह बात बीएसपी को कांग्रेस में शामिल होने के 9 महीने बाद यह बात याद आई. यह सब बीएसपी नहीं बीजेपी के कहने पर व्हिप जारी किया गया है. यह भी पढ़े: Rajasthan Political Crisis: अशोक गहलोत के लिए अच्छी खबर, बीएसपी विधायकों के विलय के खिलाफ BJP द्वारा दायर याचिका हाईकोर्ट ने की खारिज
हमें मीडिया से पता चला है कि उन्होंने (BSP) कोई नोटिस भी दिया है पर हमें कोई नोटिस नहीं मिला है। हम कांग्रेस के साथ हैं चाहे कोई भी परिस्थिति आए: लखन सिंह BSP विधायक, राजस्थान https://t.co/2sSzqQpAds
— ANI_HindiNews (@AHindinews) July 27, 2020
इस बीच सीएम अशोक गहलोत के लिए राहत भरी खबर है कि कांग्रेस से बीएसपी में शामिल विधयाकों को लेकर बीजेपी की तरफ से राजस्थान हाई कोर्ट में याचिका दायर की गई थी. जिस याचिका को कोर्ट ने खारिज कर दिया है. इस याचिका को बीजेपी विधायक मदन दिलावर ने राजस्थान हाई कोर्ट में दायर की थी.