चित्तौड़गढ़, 20 मार्च : लोकसभा चुनाव से पहले राजस्थान में असामाजिक तत्वों द्वारा सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन ऐसे सभी तत्वों के खिलाफ पुलिस कड़ी कार्रवाई करने के लिए कमर कस चुकी है. मंगलवार को चित्तौड़गढ़ राशमी थाना क्षेत्र में शोभायात्रा निकालने के दौरान विशेष समुदाय की ओर से पथराव किया गया जिसमें दर्जनों लोग घायल हो गए. घायलों को भीलवाड़ा स्थित अस्पताल में भर्ती करवाया गया है.
सूत्रों के मुताबिक, घायल श्यामलाल की अस्पताल ले जाने के दौरान मौत हो गई. मौत का कारण का खुलासा अभी तक नहीं हुआ है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है. लेकिन इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में आक्रोश देखने को मिल रहा है. यह भी पढ़ें : मूसेवाला के पिता ने पंजाब सरकार पर नवजात बेटे को लेकर उन्हें ‘प्रताड़ित’ करने का आरोप लगाया
जानकारी के मुताबिक, शोभा यात्रा जब विशेष समुदाय के धार्मिक स्थल पर पहुंचा, तो उनकी तरफ से यात्रा में शामिल लोगों पर पथराव किया गया. इसके बाद दोनों पक्षों के बीच विवाद बढ़ गया. सूचना मिलने के बाद जिला कलक्टर आलोक रंजन, पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी, उपखंड अधिकारी गोविंद सिंह रतनु सहित जिला मुख्यालय से अतिरिक्त पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को काबू में करने का प्रयास किया. इसके बाद बुधवार सुबह आठ बजे उदयपुर से थानाधिकारी सुबोध जांगिड़ के नेतृत्व में महाराणा प्रताप बटालियन की एक टुकड़ी भी पहुंची.
इस पूरे मामले पर चित्तौड़गढ़ के जिलाधिकारी आलोक रंजन ने कहा, “कल रात को यह सूचना मिली कि यहां ग्राम पंचायत में लोगों द्वारा शोभायात्रा निकाली जा रही है. इसके बाद यात्रा मस्जिद के आगे से निकल रही थी. उस समय दोनों समुदायों के बीच कहासुनी हो गई. इस बीच पथराबाजी भी की गई. इसके बाद मौके पर तुरंत सभी अधिकारी पहुंच गए. दोनों पक्षों को समझाइश की गई. इसके बाद आगे कि कार्रवाई की गई. वहीं इस पथराव में कई लोगों को छिटपुट चोटें भी आई हैं, जिन्हें उपचार के बाद छोड़ दिया गया, लेकिन इस बीच खबर आई कि एक व्यक्ति की मौत हो गई है."
वहीं, पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने इस मामले में अब तक की गई कार्रवाई के बारे में बताया. उन्होंने कहा, "इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर 18 लोगों को गिरफ्तार किया गया है और बाकी बचे लोगों को भी जल्द ही गिरफ्तार किया जाएगा."