नई दिल्ली: राजस्थान के अलवर की तिजारा सीट से विधानसभा चुनाव जीतने वाले बीजेपी के सांसद बाबा बालकनाथ (Baba Balaknath) ने अपनी लोकसभा की सदस्यता छोड़ दी है. बालकनाथ अलवर (Alwar) से सांसद थे. बाबा बालकनाथ ने गुरुवार को लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला से मुलाकात कर उन्हें अपना इस्तीफा सौंपा. बीजेपी ने बाबा बालकनाथ को इस बार अलवर की तिजारा सीट से विधानसभा का चुनाव लड़ाया था जहां से वे कांग्रेस प्रत्याशी इमरान खान को हराकर विधायक चुने गए. Who will be CM: दिग्गजों की छुट्टी कर नए चेहरों को मौका देगी बीजेपी, आम चुनाव 2024 को ध्यान में रखकर चुनेगी मुख्यमंत्री.
राजस्थान के मुख्यमंत्री दावेदारों में बाबा बालकनाथ के नाम की जबरदस्त चर्चा है. संसदी से उनके इस्तीफे के बाद इस चर्चा ने और जोर पकड़ लिया है. बालकनाथ भले ही राजस्थान का मुख्यमंत्री बनाए जाने संबंधी अटकलों से जुड़े सवालों को टाल कर रहे हैं लेकिन बीजेपी की शानदार जीत के बाद शीर्ष पद के लिए उनके नाम की चर्चा जोरों पर है.
सीएम के सवाल पर क्या बोले बाबा
यह पूछे जाने पर कि राजस्थान का मुख्यमंत्री कौन बनने जा रहा है, उन्होंने सीधा जवाब नहीं दिया और कहा, ‘‘आप सबकी कृपा है.’’ इस सवाल पर कि क्या वह राज्य में कोई जिम्मेदारी स्वीकार करेंगे जो पार्टी उन्हें देगी, उन्होंने कहा, ‘‘मैंने अपना जीवन जनसेवा के लिए समर्पित कर दिया है. मैं पार्टी की सेवा कर रहा हूं. मैं लोगों की सेवा में लगा हुआ हूं.’’
बीजेपी की प्रचंड जीत
बीजेपी ने राजस्थान विधानसभा की 199 सीट के लिए हुए चुनाव में 115 सीट पर जीत दर्ज कर सत्ता में वापसी की है. कांग्रेस ने 68 सीट जीती हैं. हर पांच साल में राजस्थान में सत्ता बदल जाने के रिवाज को उलटने की उसकी उम्मीद इस चुनाव में अधूरी रह गई.
सीएम पद के लिए रेस में ये नेता भी
चुनाव परिणामों के बाद बालकनाथ के मुख्यमंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे होने की अटकलें लगाई जा रही हैं. अन्य दावेदारों में बीजेपी की दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे, जयपुर राजघराने की सदस्य दीया कुमारी, पार्टी सांसद व प्रदेश भाजपा अध्यक्ष सी पी जोशी और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत शामिल हैं.