राजस्थान: टिड्डी दलों से निपटने के लिए जैसलमेर पहुंचा वायुसेना का हेलीकॉप्टर
सीमा पार से आए टिड्डी दलों ने देश के किसानों के नाक में दम कर रखा है. टिड्डियों के इन समूहों से निपटने के लिए किसान तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं लेकिन सब बेकार जा रहा है. इस बीच देश में टिड्डी दलों के बढ़ते हमले के बीच भारत सरकार ने इन पर नियंत्रण करने के लिए हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की है.
जयपुर: सीमा पार से आए टिड्डी (Locust) दलों ने देश के किसानों के नाक में दम कर रखा है. टिड्डियों के इन समूहों से निपटने के लिए किसान तरह-तरह के हथकंडे अपना रहे हैं लेकिन सब बेकार जा रहा है. इस बीच देश में टिड्डी दलों के बढ़ते हमले के बीच भारत सरकार ने इन पर नियंत्रण करने के लिए हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की है. जैसलमेर के टिड्डी नियंत्रण अधिकारी डॉ.राजेश कुमार ने बताया है कि भारत सरकार ने टिड्डी नियंत्रण के लिए हेलीकॉप्टर की व्यवस्था की है. उसमें से एक हेलीकॉप्टर यहां पहुंच गया है, उसमें पेस्टीसाइड लोडकर बांदा के लिए (जहां टिड्डी स्पॉट है) रवाना किया गया है. इसके अलावा एक और हेलीकॉप्टर आज शाम तक पहुंचने की संभावना है.
बता दें कि टिड्डियों के समूहों को नष्ट करने की जिम्मेदारी ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) के हेलीकॉप्टर को सौंपी गई है. ग्रेटर नोएडा के हेलीकॉप्टर और एयरफोर्स मिलकर उत्तर प्रदेश, राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और मध्य प्रदेश में टिड्डी दलों का सफाया कर रहे हैं. बीते मंगलवार को कृषि मंत्री नरेंद्र तोमर (Narendra Singh Tomar) और स्थानीय सांसद डॉ. महेश शर्मा ने ग्रेटर नोएडा से हेलीकॉप्टर का बेड़ा रवाना किया.
यह हेलीकॉप्टर सिंगल पायलट द्वारा संचालित होता है. इन हेलीकॉप्टरों में एक बार में 250 लीटर कीटनाशक दवा लेकर उड़ान भरा जा सकता है और करीब 25 से 50 हेक्टेयर क्षेत्र में छिड़काव किया जा सकता है.
राजस्थान में टिड्डियों का दल बानसूर मे पहुंच चुका है. बानसूर में टिड्डियों के समूहों को देखते ही वहां के किसानों की चिंताएं बढ़ने लगी है. बीते शुक्रवार सुबह बानसूर में भारी संख्या में टिड्डियों के दल को देखकर किसानों ने थाली बजाकर उन्हें भागने की कोशिश की.