जयपुर, 25 नवंबर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने मंगलवार को आठ राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ कोरोना वायरस (Coronavirus) के नियंत्रण और कोरोना वैक्सीन को लेकर की गई तैयारियों को लेकर वीडियो कॉन्फ्रेंस के दौरान चर्चा की. इस दौरान राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) ने प्रधानमंत्री को सलाह दी कि वे आरटीपीसीआर टेस्ट के जरिए कोरोनावायरस की जांच की व्यवस्था करें, जो दुनिया में सबसे विश्वसनीय है. गहलोत ने कहा, "रैपिड एंटीजन टेस्ट के बजाय पूरे देश में आरटीपीसीआर टेस्ट आयोजित किए जाने चाहिए. केवल तमिलनाडु और राजस्थान दो राज्य हैं, जहां इस तकनीक के साथ सभी परीक्षण किए गए हैं. अब तक, 42 लाख परीक्षण किए जा चुके हैं. रेगिस्तानी राज्य केस पॉजिटिविटी दर 5.8 प्रतिशत है, जो राष्ट्रीय औसत 6.89 प्रतिशत से काफी बेहतर है."
गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार इसे पांच प्रतिशत से नीचे लाने के लिए कड़ी मेहनत कर रही है और परीक्षण क्षमता भी बढ़ाकर 60,000 प्रतिदिन कर दी गई है. उन्होंने कहा कि रेगिस्तानी राज्य विभिन्न मानकों पर कोविड प्रबंधन में सबसे आगे है. राजस्थान के मुख्यमंत्री ने कहा, "राज्य अन्य राज्यों की तुलना में विभिन्न मोचरें पर बेहतर रहा है और कोविड के कारण यहां मृत्युदर एक प्रतिशत से नीचे रही है." उन्होंने कहा, "राज्य में वर्तमान मृत्युदर दशमलव 89 (.89) प्रतिशत है."
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उन्होंने कहा कि राज्य में ऑक्सीजन की आपूर्ति की व्यवस्था भी बढ़ाई गई है और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र स्तर तक इसकी आपूर्ति को मजबूत किया गया है. गहलोत ने कहा कि यहां तक कि राज्य में ऑक्सीजन की आवश्यकता से अधिक आपूर्ति होने वाली है. गहलोत ने कहा कि राजस्थान में कोरोनावायरस के मामलों में तेजी से वृद्धि के मद्देनजर राज्य सरकार द्वारा पटाखे पर प्रतिबंध लगाने, मास्क पहनने, रात के कर्फ्यू इत्यादि सहित अन्य उपायों की भी घोषणा की.
उन्होंने कहा, "राज्य ने पटाखे पर प्रतिबंध लगाने, कानून बनाने, रात्रि कर्फ्यू, कोरोनावायरस मामलों में वृद्धि के मद्देनजर सार्वजनिक सभाओं को बंद करने जैसे कदम उठाए हैं." इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कोरोना से निपटने के लिए आईसीयू और ऑक्सीजन बेड की संख्या भी बढ़ाई गई है