अगले हफ्ते होगी राज ठाकरे के कूल्हे की सर्जरी, 'लाउडस्पीकर विरोधी' अभियान जारी रहेगा

महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने कहा है कि वह 1 जून को घुटने और पीठ की समस्याओं के लिए सर्जरी करवाएंगे, लेकिन पार्टी का 'लाउडस्पीकर विरोधी' आंदोलन रविवार को भी जारी रहेगा.

राज ठाकरे (Photo Credits: ANI)

पूणे, 22 मई : महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे (Raj Thackeray) ने कहा है कि वह 1 जून को घुटने और पीठ की समस्याओं के लिए सर्जरी करवाएंगे, लेकिन पार्टी का 'लाउडस्पीकर विरोधी' आंदोलन रविवार को भी जारी रहेगा. मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के चचेरे भाई राज ठाकरे ने एक रैली में कहा कि 1 जून को मेरी कूल्हे की हड्डी की सर्जरी होगी, कुछ समय से पैरों में और पीठ में भी दर्द हो रहा है. सर्जरी के बाद, वह कुछ महीनों में ठीक हो जाएंगे, लेकिन उन्होंने राज्य में मस्जिदों पर लाउडस्पीकर के खिलाफ चल रहे एमएनएस के आंदोलन पर 'सभी हिंदू बहनों और भाइयों' को एक पत्र लिखने का वादा किया है. राज ने दावा किया कि महाराष्ट्र के इतिहास में पहली बार, सुबह-सुबह लाउडस्पीकरों पर 'अजान' बजाना बंद हो गया है, यह एमएनएस के कारण है. अगर वे फिर आवाज तेज करते हैं, तो हमारा अभियान फिर से शुरू किया जाएगा.

उन्होंने मुख्यमंत्री के निजी आवास 'मातोश्री' के बाहर 'हनुमान चालीसा' आंदोलन की योजना के लिए राणा दंपत्ति - निर्दलीय सांसद नवनीत कौर-राणा और उनके विधायक पति रवि राणा पर भी कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि मैंने जो कहा था कि लाउडस्पीकर पर अजान की आवाज में मस्जिदों के बाहर हनुमान चालीसा बजाई जाएगी. राणा दंपत्ति को मातोश्री जाने की क्या जरूरत थी - क्या यह मस्जिद है? राज ठाकरे ने उत्तर भारतीय समुदायों के खिलाफ अपने 2008 के आंदोलन को भी सही ठहराया और यह दोहराते हुए कहा कि वे मराठी स्थानीय युवाओं को रेलवे में नौकरियों से वंचित कर रहे है. यह भी पढ़ें : राज्यसभा चुनाव में हम शिवसेना की ओर से उतारे गए किसी भी प्रत्याशी का समर्थन करेंगे : पवार

एमएनएस प्रमुख 5 जून को अयोध्या की यात्रा पर जाने की योजना बना रहे थे, लेकिन पिछले हफ्ते उन्होंने अचानक इसे रद्द कर दिया, और इसे पार्टी के लिए एक बड़ा झटका माना गया. बहुत सी अटकलें थीं कि क्या कुछ स्वास्थ्य मुद्दों के कारण यात्रा स्थगित कर दी गई थी और उन्होंने खुद रविवार को रिकॉर्ड सही किया. इससे पहले, उन्हें अयोध्या दौरे को रद्द करने पर सत्तारूढ़ शिवसेना-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी-कांग्रेस, और अन्य दलों सहित कई राजनेताओं से कटाक्ष का सामना करना पड़ा, खासकर तब जब से राज्य में 'लाउडस्पीकर विरोधी' मामला चरम पर आया है.

Share Now

\