आंगनवाड़ी महिलाओं के प्रदर्शन पर राहुल गांधी ने सीएम केजरीवाल पर बोला हमला, कहा- दिल्ली सरकार नहीं समझती जनता का दर्द

आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को 9,678 रुपये मासिक मानदेय और सहायिकाओं को 4,839 रुपये का मानदेय मिलता है. ये मानदेय 2017 में हड़ताल के बाद क्रमश: 5000 रुपये और 2,500 रुपये से बढ़ाया गया था. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को 25 हजार रुपये और हेल्पर्स को 20 हजार रुपये मासिक मानदेय दिया जाए.

राहुल गांधी (Photo Credits ANI)

नई दिल्ली: राजधानी दिल्ली (Delhi) में आंगनवाड़ी (Anganwadi) महिलाकर्मियों के धरना प्रदर्शन लगातार जारी है. महिलाओं का आरोप है कि उनके साथ धोखा हुआ है, हालांकि इस प्रदर्शन पर राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने प्रतिक्रिया देते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री पर हमला किया है. कांग्रेस (Congress) नेता राहुल गांधी ने कहा कि, दिल्ली सरकार जनता के दर्द नहीं समझती. आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं के हक की लड़ाई एकदम सही है. कोविड (COVID) में अपनी जान की परवाह ना करते हुए इन्होंने जन सेवा की. लेकिन दिल्ली के सीएम ना तो उन्हें पर्याप्त वेतन दे रहे हैं, ना समय, ना सम्मान. नाम के आम आदमी. आंगनवादी महिलाओं के मुताबिक, कोरोना महामारी (Corona Pandemic) में अपनी जान की फिक्र किये बिना हमने काम किया, लेकिन सरकार अब हमारे बारे में नहीं सोच रही. जानकारी के अनुसार, वर्तमान में दिल्ली के आंगनवाड़ी केंद्रों में लगभग 22 हजार कार्यकर्ता और सहायिका कार्यरत हैं. Delhi: डीडीएमए की बैठक में हुआ फैसला- स्कूल, कॉलेज और जिम खुलेंगे, नाइट कर्फ्यू की अवधि भी घटी

आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को 9,678 रुपये मासिक मानदेय और सहायिकाओं को 4,839 रुपये का मानदेय मिलता है. ये मानदेय 2017 में हड़ताल के बाद क्रमश: 5000 रुपये और 2,500 रुपये से बढ़ाया गया था. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि, आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को 25 हजार रुपये और हेल्पर्स को 20 हजार रुपये मासिक मानदेय दिया जाए.

हालांकि 31 जनवरी 2022 से राष्ट्रीय राजधानी में सैंकड़ों आंगनवाड़ी वर्कर्स एवं हेल्पर्स मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के निवास स्थान के नीचे धरना प्रदर्शन कर रही हैं. नई दिल्ली में 800 से ज्यादा प्रोजेक्ट्स हैं, प्रत्येक प्रोजेक्ट में एक हेल्पर और एक वर्कर हैं.

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