छत्तीसगढ़ में मवेशियों को सड़क दुर्घटनाओं से बचाने के लिए लगाए जा रहे हैं रेडियम कॉलर
छत्तीसगढ़ में सड़क पर विचरण करने वाले मवेशियों को हादसे से बचाने के लिए अभिनव प्रयोग किए जा रहे हैं. इसके तहत इन मवेशियों को रेडियम कॉलर लगाए जा रहे हैं ताकि वाहन चालकों को दूर से ही सड़क पर इन मवेशियों की मौजूदगी नजर आ जाए और उन्हें हादसे से बचाया जा सके. अंबिकापुर में सड़क पर बैठे मवेशियों को मोटर वाहन की चपेट में आकर दुर्घटना से बचाने के लिए अब रेडियम कॉलर पहनाए जा रहे हैं...
अंबिकापुर, 25 जुलाई: छत्तीसगढ़ में सड़क पर विचरण करने वाले मवेशियों को हादसे से बचाने के लिए अभिनव प्रयोग किए जा रहे हैं. इसके तहत इन मवेशियों को रेडियम कॉलर लगाए जा रहे हैं ताकि वाहन चालकों को दूर से ही सड़क पर इन मवेशियों की मौजूदगी नजर आ जाए और उन्हें हादसे से बचाया जा सके. अंबिकापुर में सड़क पर बैठे मवेशियों को मोटर वाहन की चपेट में आकर दुर्घटना से बचाने के लिए अब रेडियम कॉलर पहनाए जा रहे हैं. रेडियम कॉलर पहने होने से मोटर वाहन के लाइट का प्रकाश जैसे ही मवेशी पर पड़ेगा वैसे ही तेज चमक निकलेगी जिससे वाहन चालक को दूर से मवेशी दिखाई देगा और वाहन चालक सतर्क होकर सावधानी पूर्वक वाहन चलाते हुए आगे बढ़ जाएगा. यह भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश में भयंकर एक्सीडेंट, पूर्वाचल एक्सप्रेसवे पर बस दुर्घटना, 8 ने गवाई जान
कलेक्टर कुन्दन कुमार के निर्देश पर पशु चिकित्सा विभाग द्वारा लखनपुर विकासखंड के राष्ट्रीय राजमार्ग से लगे हुए गांवों के मवेशियों में रेडियम कॉलर लगाने की शुरूआत की गई है. पशुओं की संख्यानुसार पशुपालकों को रेडियम कॉलर उपलब्ध कराकर, पहनाने के तरीके बताए गए और सभी मवेशियों को पहनाने की समझाइश दी गई.
प्रभारी उप संचालक डॉ तनवीर अहमद ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग के आसपास के गांव के सभी मवेशियों में रेडियम कॉलर लगाए जाएंगे. इसकी शुरूआत लखनपुर विकासखंड से शुरू की गई है. ज्ञातव्य है कि राष्ट्रीय राजमार्ग के आसपास के गांव के मवेशी अकसर सड़क पर घूमते हुए या बैठे हुए पाए जाते हैं. रात्रि में ठीक से दिखाई नहीं देने के कारण दो पहिया या चार पहिया वाहनों के मवेशियों से टकराने के कारण दुर्घटना हो जाती है, जिससे मवेशियों के साथ कभी-कभी जन हानि भी होती है.