चंडीगढ़: कोरोना वायरस महामारी (Coronavirus Pandemic) के खिलाफ जारी लॉकडाउन (Lockdown) के पांचवें चरण में जहां पूरा देश अनलॉक (unlock) की तरफ बढ़ रहा है, वहीं पंजाब (Punjab) एक बार फिर लॉकडाउन की तरफ बढ़ रहा है. कोरोना संकट (Corona Crisis) को देखते हुए शुक्रवार को पंजाब सरकार (Punjab Government) ने नई गाइडलाइंस (New Guidelines) जारी की है, जिसके अनुसार वीकेंड (Weekend) और सार्वजनिक छुट्टी (Publick Holidays) वाले दिन पूरा राज्य बंद रहेगा. इस दौरान बार्डर को भी सील किया जाएगा और अंतर-जिला आवाजाही पर रोक रहेगी, सिर्फ ई-पास धारकों को आवाजाही की अनुमति दी जाएगी. नई गाइडलाइंस जारी किए जाने के बाद शनिवार सुबह अमृतसर का शहीद मदन लाला ढींगरा इंटर स्टेट बस टर्मिनल पूरी तरह सुनसान नजर आया.
राज्य सरकार की नई गाइडलाइंस में फिलहाल वीकेंड और किसी भी सार्वजनिक छुट्टी वाले दिन संपूर्ण लॉकडाउन का ऐलान किया है. इस दौरान आवश्यक सेवाओं को छोड़कर किसी भी व्यक्ति को घर से बाहर निकलने की इजाजत नहीं होगी. राज्य में फ्लाइट और ट्रेन से आने वाले यात्रियों को अपने घरों में 14 दिन तक क्वारेंटाइन रहना होगा. बताया जा रहा है कि बीते दिनों कोरोना संक्रमण के कई मामले सामने आए हैं, उनमें से ज्यादातर ट्रैवल हिस्ट्री वाले लोग संक्रमित पाए गए हैं.
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पंजाब:आज सुबह अमृतसर का शहीद मदन लाल ढींगरा इंटर स्टेट बस टर्मिनल पूरी तरह सुनसान नज़र आया। शुक्रवार को पंजाब सरकार ने नई गाइडलाइंस जारी की हैं जिसके मुताबिक वीकेंड और सार्वजनिक छुट्टी वाले दिनों पर अंतर-ज़िला आवाजाही पर रोक रहेगी, सिर्फ ई-पास धारकों को आवाजाही की अनुमति दी जाएगी pic.twitter.com/m5NO42WzSG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 13, 2020
पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह का मानना है कि दिल्ली में जिस तरह से कोरोना का विस्फोट लगातार हो रहा है, उसका असर पंजाब में भी पड़ सकता है, क्योंकि दिल्ली से रोजाना सैकड़ों वाहन पंजाब आ रहे हैं. ऐसी स्थिति में पंजाब सरकार इस बात पर भी विचार कर रही है कि दिल्ली और अन्य राज्यों से पंजाब आ रहे लोगों के लिए कोविड-19 टेस्ट कराना अनिवार्य कर दिया जाए. हालांकि इस पर अंतिम फैसला लेना अभी बाकी है. यह भी पढ़ें: पंजाब: लुधियाना में लोगों ने किया लॉकडाउन का उल्लंघन, पुलिस ने उन्हें माला पहनाकर की घर पर रहने की अपील
गौरतलब है कि पंजाब में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के कुल 2,887 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 59 लोगों की इस संक्रमण के चलते मौत हो चुकी है और 2,259 मरीज इलाज के जरिए इस महामारी से ठीक हो चुके हैं.