करतारपुर साहिब पर PAK द्वारा रिलीज वीडियो पर बोले कैप्टन अमरिंदर सिंह- पहले से पता था कि पाकिस्तान का कुछ एजेंडा है
पाकिस्तान द्वारा लॉन्च किए गए गाने पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने टिप्पणी करते हुए कहा. "इसे लेकर मैं पहले दिन से ही चेतवानी दे रहा था, मुझे पहले से ही लगा था की जरुर इन सब के पीछे पाकिस्तान का कुछ छिपा हुआ एजेंडा है.
पाकिस्तान सीमा में स्थित सिखों के प्रमुख धार्मिक स्थल करतारपुर साहिब (Kartarpur Sahib) तक जाने वाले कॉरिडोर का उद्घाटन 9 नवंबर को होना है. इससे पहले पाकिस्तानी सरकार ने करतारपुर साहिब के लिए एक आधिकारिक गाना लॉन्च किया है. यह गाना लॉन्च होने के साथ ही विवादों में आ गया है. पाकिस्तान की शर्मनाक साजिश भी सामने आ गई है. गाने के इस पोस्ट में खालिस्तानी अलगाववादी जरनैल सिंह भिंडरावाले (Jarnail Singh Bhindranwale) के पोस्टर्स दिखाई दे रहे हैं इसके अलावा अन्य खालिस्तानी लीडर्स की तस्वीर भी इस वीडियो में दिखी है. वीडियो में इमरान खान (Imran Khan) और पंजाब कांग्रेस के नेता नवजोत सिंह सिद्धू भी दिखाई दे रहे हैं.
पाकिस्तान द्वारा लॉन्च किए गए गाने पर पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Captain Amarinder Singh) ने टिप्पणी करते हुए कहा. "इसे लेकर मैं पहले दिन से ही चेतवानी दे रहा था, मुझे पहले से ही लगा था की जरुर इन सब के पीछे पाकिस्तान (Pakistan) का कुछ छिपा हुआ एजेंडा है.
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पहले दिन से पता था, पाक का कुछ एजेंडा है-
कैप्टन ने कहा कि करतारपुर साहिब खुलने पर एक सिख के तौर पर मैं काफी खुश हूं, सिर्फ मैं नहीं हर सिख आज खुश है. लेकिन पाकिस्तान की नियत पर मुझे पहले से ही शक होता था, कि 70 साल बाद ऐसा किया है.
पाकिस्तान की और से साझा किए गए वीडियो में पाक की और से चल रही तैयारियां, भारत से पहुंच रहे सिख श्रद्धालुओं के अनुभव को दिखाया गया है. इसके अलावा करतारपुर कॉरिडोर के नींव पड़ने के वक्त दिया गया पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान के भाषण का हिस्सा दिखाया गया है. यह वीडियो विवादों में खालिस्तानी अलगाववादी नेता जरनैल सिंह भिंडरावाले, जनरल शाहबेग सिंह और अमरीक सिंह के पोस्टर्स के कारण आया है.
बता दें कि जरनैल सिंह भिंडरावाले खालिस्तानी अलगाववादी नेता था जो अपने साथियों के साथ ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान मारा गया. यह ऑपरेशन 6 जून 1984 को अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में किया गया था. तब खलिस्तान की मांग उठी थी.