कश्मीर (Kashmir) के पुलवामा (Pulwama) आतंकी हमले को एक हफ्ते बीत चुके हैं, लेकिन अब तक लोगों का गुस्सा कम नहीं हुआ हुआ है. दो कश्मीरी सामान विक्रेताओं की ट्रेन में पिटाई और उन्हें जबरदस्ती चलती ट्रेन से उतार देने का मामला सामने आया है. यह मामला हरियाणा के रोहतक का है. दिल्ली के नांगलोई स्टेशन से शाल -लोई बेचने वाले दो युवक तीन गठरियों के साथ मंगलवार यानी 19 फरवरी को दिल्ली रोहतक पैसेंजर ट्रेन में चढ़े. जैसे ही यात्रियों को पता चला कि दोनों सामान विक्रेता कश्मीरी हैं, यात्रियों ने उनके साथ मार पिटाई शुरू कर दी और उन्हें जबरदस्ती ट्रेन से उतार दिया.
दोनों सामान विक्रेताओं की गठरियों में करीब डेढ़ दो लाख का सामान था जो ट्रेन में ही रह गया. बहुत ढूंढने के बाद भी उन्हें सामान नहीं मिला. उन्होंने आरपीएफ थाने में इसकी सूचना दी. रोहतक के कमला नगर में किराए पर रहने वाले मुदस्सिर अहमद और जाबिद निवासी जम्मू-कश्मीर कुलगाम के निवासी हैं. उन्होंने पुलिस को बताया कि सर्दियों में कश्मीर के लोग शाल-लोई आदि सामान बेचने दिल्ली और हरियाणा आते हैं. सभी शहर में फेरी लगाकर अपना सामान बेचते हैं. मंगलवार को दिल्ली में रहने वाले उनके रिश्ते के भाई ताहिर खान व नदीम शाल-लोई की तीन बड़ी गठरियां लेकर रोहतक के नांगलोई रेलवे स्टेशन पहुंचे.
यात्रियों को जब उनके कश्मीरी होने का पता चला तो उन्होंने जबरदस्ती उन्हें धक्का देकर ट्रेन से उतार दिया और उनका सामान भी लेने नहीं दिया. बहुत ढूंढने पर भी उन्हें सामान नहीं मिला. इस हादसे के बाद दोनों सामान विक्रेता बहुत डरे हुए हैं .आपको बता दें कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी के दिन आतंकी हमले में 40 से ज्यादा जवान शहीद हो गए.