पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में पाकिस्तानी राज्य और सेना के अत्याचारों के विरोध में हुए व्यापक प्रदर्शनों पर भारत ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. भारतीय सरकार ने स्पष्ट किया है कि POK में हो रहे प्रदर्शन पाकिस्तानी राज्य की निरंतर लूट और अत्याचार का प्रतिफल है.
भारत ने अपनी प्रतिक्रिया में कहा है कि "हमें पाकिस्तान अधिकृत जम्मू और कश्मीर के कई क्षेत्रों में हो रहे प्रदर्शनों की खबरें मिली हैं. हमारा मानना है कि यह पाकिस्तान की निरंतर नीति का परिणाम है, जिसमें पाकिस्तान इन क्षेत्रों के संसाधनों का विस्तृत शोषण कर रहा है. ये क्षेत्र पाकिस्तान के जबर्दस्ती और अवैध कब्जे के अंतर्गत हैं. ऐसी शोषणकारी नीतियां स्थानीय लोगों को अपने संसाधनों और उनके लाभों पर अधिकार से वंचित करती हैं. हम यह दोहराते हैं कि जम्मू और कश्मीर और लद्दाख के पूरे केंद्र शासित प्रदेश हमेशा भारत का अभिन्न हिस्सा रहे हैं, हैं और रहेंगे." भारत ने अपने बयान में यह भी कहा है कि वह POK में हो रहे मानवाधिकारों के उल्लंघन और अत्याचारों से वाकिफ है. भारत ने पाकिस्तान से अपने नागरिकों के अधिकारों का सम्मान करने और POK को भारत को सौंपने की मांग की है. विदेश मंत्रालय ने कहा कि म दोहराते हैं कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख का पूरा केंद्र शासित प्रदेश भारत का अभिन्न अंग थे, हैं और हमेशा रहेंगे.
India reacts on widespread protests in Pakistan Occupied Kashmir (POK) against atrocities by Pakistani state and Pakistan Army.
“We have seen reports on protests in several areas of Pakistan occupied Jammu & Kashmir. We believe that it is a natural consequence of Pakistan’s… pic.twitter.com/InY7xv8Qpb
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) May 17, 2024
पीओके में बढ़ती महंगाई के चलते सरकार के खिलाफ लोगों का गुस्सा फुटा है. जगह-जगह धरना-प्रदर्शन हो रहा है, पुलिस से टकराव और पत्थरबाजी की घटनाएं सामने आई हैं. पीओके में हो रहे इन प्रदर्शनों में भारतीय तिरंगा भी दिखाई पड़ रहा है. पंजाब प्रांत के फ्रंट कोर, रेंजर्स और क्विक रिस्पांस फोर्स (क्यूआरएफ) के जवान इलाके की सड़कों पर हैं. गुरुवार तड़के, मुजफ्फराबाद (POK का प्रशासनिक केंद्र) में पुलिस ने एक व्यापारी नेता शौकत नवाज मीर के घर के साथ-साथ एक्शन कमेटी के कई अन्य लोगों के घरों पर छापेमारी की.