रांची: झारखंड के रांची में शुक्रवार को हुई हिंसा के दौरान गोली लगने से जख्मी दो लोगों की शनिवार को इलाज के दौरान मौत हो गई. राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) ने दो लोगों की मौत की पुष्टि की है. वहीं अभी 8 जख्मी लोगों का इलाज चल रहा है. जानकारी के मुताबिक मरने वालों में एक की पहचान मुदस्सिर उर्फ कैफी के रूप में हुई है. जबकि दूसरे का नाम मोहम्मद साहिल है. Prophet Row: पैगंबर पर टिप्पणी के खिलाफ दिल्ली-UP, झारखंड समेत कई राज्यों में प्रदर्शन, जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों में बंद.
बता दें कि पैगंबर मोहम्मद को लेकर नूपुर शर्मा की विवादित टिप्पणी के बाद शुक्रवार को लोग सड़कों पर उतर आए थे. मुस्लिम समुदाय के लोगों ने जुलूस निकालकर नूपुर शर्मा के खिलाफ जमकर नारेबाजी की थी. पुतला भी जलाया था. इसके बाद देखते ही देखते प्रदर्शन हिंसक हो गया.
रांची में हुई हिंसा में आईपीएस अधिकारी सहित पुलिसकर्मियों और अन्य लोगों के घायल होने के बाद प्रशासन ने देर शाम शहर के कुछ हिस्सों में निषेधाज्ञा लगा दी.
गौरतलब है कि जुमे की नमाज के बाद हुई हिंसा के बाद मौके पर पहुंचे शहर के उपायुक्त छविरंजन ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए रांची शहर के प्रभावित इलाकों में तत्काल प्रभाव से कर्फ्यू लगा दिया था और पुलिस ने बाकायदे हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में लाउडस्पीकर से इसकी घोषणा की थी.
हालांकि, देर शाम करीब पौने छह बजे स्थिति नियंत्रण में देखते हुए उपायुक्त छविरंजन ने अपना आदेश बदला और कर्फ्यू के स्थान पर मेन रोड समेत शहर के कुछ अन्य इलाकों में निषेधाज्ञा लगाने का आदेश जारी किया है. हिंसा के बाद प्रशासन ने एहतियात के तौर पर रांची में शुक्रवार शाम सात बजे से शनिवार सुबह छह बजे तक के लिए इंटरनेट सेवा निलंबित कर दी है.
गौरतलब है कि नुपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर कुछ असामाजिक तत्वों ने मेन रोड पर जमकर हंगामा किया और हनुमान मंदिर तक भारी पथराव और हिंसक संघर्ष किया जिसमें रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, स्थानीय डेली मार्केट के थानेदार समेत दर्जन भर पुलिसकर्मी एवं अन्य लोग घायल हो गये. पुलिस को भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले दागने पड़े और हवा में गोली भी चलानी पड़ी थी.
रांची के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र कुमार झा ने ‘पीटीआई ’ को बताया, ‘‘शहर के मेन रोड इलाके में जुमे की नमाज के बाद एकरा मस्जिद और आसपास के इलाकों से भारी संख्या में जमा उपद्रवियों ने पथराव किया और कुछ स्थानों पर गोलीबारी भी की. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और हवा में गोलियां चलायीं. स्थिति को नियंत्रित करने में पुलिस प्रशासन को भारी कठिनाई का सामना करना पड़ा.’’