Yogi Cabinet 2.0: योगी कैबिनेट में 21 सवर्ण, 20 ओबीसी और 9 दलित, क्या कहता है ये जातिगत समीकरण?
मुख्यमंत्री योगी के मंत्रिमंडल में बीजेपी (BJP) ने जातिगत समीकरण का खास ध्यान रखा है. नई टीम में 21 सवर्ण मंत्रियों को शामिल किया गया है, जबकि ओबीसी समुदाय से 20 मंत्रियों ने शपथ ली है. यूपी कैबिनेट में 9 दलित मंत्री बने हैं.
Yogi Adityanath Cabinet: उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव 2022 में प्रचंड बहुमत के साथ सत्ता में वापसी करने वाली भाजपा ने योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) को मुख्यमंत्री बनाया है. भाजपा का फोकस मिशन 2024 पर है, इसको देखते हुए योगी आदित्यनाथ मंत्रिमंडल 2.0 में जातीय व क्षेत्रीय समीकरण योगी आदित्यनाथ के साथ कुल 52 मंत्रियों ने शपथ ली है. 52 में से दो उपमुख्यमंत्री और 16 मंत्री, 14 राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार और 20 राज्यमंत्रियों ने शपथ ली है. इस वजह से ब्रजेश पाठक को मिली डिप्टी सीएम की कमान, पहले से तय था दिनेश शर्मा का जाना!
मुख्यमंत्री योगी के मंत्रिमंडल में बीजेपी (BJP) ने जातिगत समीकरण का खास ध्यान रखा है. नई टीम में 21 सवर्ण मंत्रियों को शामिल किया गया है, जबकि ओबीसी समुदाय से 20 मंत्रियों ने शपथ ली है. यूपी कैबिनेट में 9 दलित मंत्री बने हैं. इसके अलावा मंत्रिमंडल में एक मुस्लिम, एक सिख और एक पंजाबी को भी जगह मिली है.
बीजेपी ने इस बार ओबीसी (OBC) कार्ड खेलते हुए दलितों को भी रिझाने की पूरी कोशिश की गई है. इसके अलावा बीजेपी ने अपने कोर वोट बैंक ठाकुर और ब्राह्मण समुदाय के साथ-साथ जाट और भूमिहारों का भी ख्याल रखा है. बीजेपी इस टीम के जरिए 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव पर निशाना साधना चाहती है.
योगी आदित्यनाथ सरकार में केशव प्रसाद मौर्य ने दोबारा उपमुख्यमंत्री शपथ ली है. दूसरे पर डा. दिनेश शर्मा की जगह अब ब्रजेश पाठक को उपमुख्यमंत्री की जिम्मेदारी मिली है. पार्टी में ब्रजेश पाठक का कद बढ़ाया गया है. तय हो गया है कि भाजपा अब ब्राह्मणों की लीडरशिप में बदलाव कर रही है. इसी के साथ दो उपमुख्यमंत्री, 16 कैबिनेट मंत्री, 14 स्वतंत्र प्रभारी और 20 राज्यमंत्रियों ने शपथ ग्रहण की है.
योगी आदित्यनाथ ने आज राजधानी के इकाना स्टेडियम में दोबारा यूपी के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली. योगी आदित्यनाथ को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने पद व गोपनीयता की शपथ दिलाई है. समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कई केंद्रीय मंत्री और भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए. उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य तथा ब्रजेश पाठक के साथ कैबिनेट मंत्री सुरेश कुमार खन्ना, सूर्य प्रताप शाही, स्वतंत्र देव सिंह और बेबी रानी मौर्य ने उत्तर प्रदेश के मंत्री पद की शपथ ग्रहण की. लक्ष्मी नारायण चौधरी, जयवीर सिंह, धर्मपाल सिंह, नंद गोपाल गुप्ता नंदी, भूपेन्द्र सिंह चैधरी, अनिल राजभर, जितिन प्रसाद, राकेश सचान, अरविन्द कुमार शर्मा, योगेन्द्र उपाध्याय, आशीष पटेल और निषाद पार्टी के संजय निषाद ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली.
समारोह में हरदोई से विधायक नितिन अग्रवाल, कपिल देव अग्रवाल, रवींद्र जायसवाल संदीप सिंह, गुलाब देवी, गिरीश चंद्र यादव, धर्मवीर प्रजापति, असीम अरुण ,जेपीएस राठौर, दयाशंकर सिंह, नरेंद्र कश्यप, दिनेश प्रताप सिंह अरुण कुमार सक्सेना, दयाशंकर मिश्र दयालु ने राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) शपथ ली.
मयंकेश्वर सिंह ,दिनेश खटीक, संजीव गौड़, बलदेव सिंह ओलख, अजीत पाल, जसवंत सैनी, रामकेश निषाद, मनोहर लाल मन्नू कोरी, संजय गंगवार, बृजेश सिंह, केपी मलिक, सुरेश राही, सोमेंद्र तोमर, अनूप प्रधान बाल्मीकि, प्रतिमा शुक्ला, राकेश राठौर गुरु, रजनी तिवारी, सतीश शर्मा, दानिश आजाद अंसारी, विजय विजय लक्ष्मी गौतम ने राज्य मंत्री की शपथ ली है.
योगी आदित्यनाथ सरकार के दूसरे कार्यकाल में डा. महेन्द्र सिंह, श्रीकांत शर्मा, नीलीमा कटियार, सतीश महाना, आशुतोष टंडन गोपाल जी, सिद्धार्थ नाथ सिंह, नीलकंठ तिवारी तथा जय प्रताप सिंह मंत्री नहीं बने. मंत्रिमंडल से मोहसिन रजा का पत्ता कटा, मोहसिन की जगह दानिश आजाद को मौका दिया गया है. डा. दिनेश शर्मा को विधान परिषद का सभापति बनाया जा सकता है. सतीश महाना के विधानसभा अध्यक्ष होने की चर्चा है.