पटना. असम की तरह बिहार में नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटीजन यानी (NRC) को लेकर लगातार राजनीतिक घमासान जारी है. इसी कड़ी में आज पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) का एक बड़ा बयान सामने आया. ममता ने कहा कि मेरी नीतीश कुमार से बात हुई है और उन्होंने कहा है कि वो बिहार में एनआरसी (National Register of Citizens) लागू नहीं होने देंगें. ममता (Mamata Banerjee) के इस बयान पर बीजेपी की तरफ से पलटवार होना लगभग तय है. दूसरी तरफ बिहार में एनआरसी (NRC) को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (RJD) का स्टैंड एकदम अलग है और उसने वोटबैंक की राजनीति करने का आरोप भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर लगाया है.
बताना चाहते है कि बीजेपी के राज्यसभा सांसद राकेश सिन्हा (BJP MP Rakesh Sinha) ने सूबे में जैसे ही एनआरसी की मांग उठाई सभी पार्टियों की तरफ से बयानबाजी शुरू हो गई. हालांकि राज्य में बीजेपी की सहयोगी जेडीयू ने इस मांग को ठुकरा दिया. जेडीयू (JDU) ने तर्क दिया कि असम में तैयार हुए एनआरसी में कई तरह की खामियां है. इससे भारतीय अपने ही देश में विदेशी बन गए है. यह भी पढ़े-BJP और JDU एक बार फिर आमने-सामने, राकेश सिन्हा ने उठाई बिहार में NRC लागू करने की मांग तो केसी त्यागी बोले- इसकी कोई जरूरत नहीं
ममता ने बिहार में NRC को लेकर दिया ये बयान-
West Bengal Chief Minister Mamata Banerjee in state Assembly: I spoke to Nitish Kumar (Bihar Chief Minister), he also said that he won't allow National Register of Citizens (NRC). (File pic) https://t.co/gBdOkQutIx pic.twitter.com/AqWMNwIWnw
— ANI (@ANI) September 6, 2019
गौरतलब है कि बीजेपी के राज्यसभा सांसद राकेश सिंह (BJP MP Rakesh Sinha) ने ट्वीट कर कहा था कि बिहार के सीमांचल जिलों खासकर पूर्णिया,किशनगंज में आबादी जिस तेजी से बढ़ रही है वो बहुत चिंताजनक है. इसलिए राज्य में एनआरसी (NRC) की जरूरत है.