V-Dem Institute Report: राहुल गांधी का मोदी सरकार पर हमला, कहा- भारत अब लोकतांत्रिक देश नहीं रहा
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और केरल के वायनाड से सांसद राहुल गांधी ने गुरुवार को कहा कि भारत अब एक लोकतांत्रिक देश नहीं रह गया है. राहुल ने गुरुवार को अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से एक रिपोर्ट की तस्वीर शेयर की और कैप्शन में लिखा, 'भारत अब एक लोकतांत्रिक देश नहीं है.'
कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष और केरल (Kerala) के वायनाड से सांसद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने गुरुवार को कहा कि भारत (India) अब एक लोकतांत्रिक देश (Democratic Country) नहीं रह गया है. राहुल ने गुरुवार को अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से एक रिपोर्ट की तस्वीर शेयर की और कैप्शन में लिखा, 'भारत अब एक लोकतांत्रिक देश नहीं है.' राहुल ने अपने इस ट्वीट के जरिए केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार (Narendra Modi Government) पर निशाना साधा है. दरअसल, स्वीडन के वी-डेम इंस्टीट्यूट (V-Dem Institute) की ताजा रिपोर्ट में भारत को ‘इलेक्टोरल ऑटोक्रेसी’ (Electoral Autocracy) की कैटेगरी में रखा गया है.
वी-डेम इंस्टीट्यूट की इस रिपोर्ट में भारत को हंगरी और तुर्की के साथ 'लोकतंत्र के कई पहलुओं पर प्रतिबंध' लगाने के आरोप में ‘इलेक्टोरल ऑटोक्रेसी’ में वर्गीकृत किया गया है. इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि भारत में नागरिक समाज समूहों और स्वतंत्र भाषण में रूकावट उत्पन्न हो रही है. यह भी पढ़ें- V-Dem Institute Report: भारत ‘इलेक्टोरल डेमोक्रेसी’ से ‘इलेक्टोरल ऑटोक्रेसी’ बना, पाकिस्तान जैसे हुए हालात.
राहुल गांधी का ट्वीट-
इस रिपोर्ट में दावा किया गया है कि सेंसरशिप के मामले में भारत पाकिस्तान की तरह एकतंत्र हो गया है और स्थिति अब बांग्लादेश से खराब है. इससे पहले राहुल ने सीवर टैंक की सफाई के दौरान सफाईकर्मियों की मौत से जुड़ा आंकड़ा राज्यसभा में सरकार की ओर से पेश किए जाने के बाद गुरुवार को आरोप लगाया कि केंद्र सरकार 2013 में बने मैला ढोने रोधी कानून का क्रियान्वयन करने में बुरी तरह विफल रही.
उन्होंने ट्वीट किया कि यह दिखाता है कि सरकार मैला ढोने विरोधी कानून-2013 को लागू करने में बुरी तरह विफल रही. उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने के लिए अतिसक्रिय कदम उठाने की जरूरत है कि हमारे नागरिकों और हमारी सामूहिक राष्ट्रीय अंतरात्मा का अब आगे अपमान नहीं हो. गौरतलब है कि सरकार ने बुधवार को बताया कि 2015 से 2019 के बीच देश में सीवर टैंक की हाथ से सफाई करने के दौरान 389 लोगों की मौत हो गई.