Uttarakhand: सीएम तीरथ सिंह रावत ने दिया पद से इस्तीफा, आज 3 बजे होगी विधायक दल की बैठक
तीरथ सिंह रावत (Photo: ANI)

देहरादून: उत्तराखंड (Uttarakhand) के मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत (Tirath Singh Rawat) ने शुक्रवार को पद से इस्तीफा दे दिया. सीएम देर रात राजभवन पहुंचे और उन्होंने बेबी रानी मौर्या को अपना इस्तीफा सौंप दिया. इससे पहले उन्होंने इस बाबत बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को एक पत्र लिखकर इस्तीफे की पेशकश की. उन्होंने इसके पीछे की वजह संवैधानिक संकट पैदा होना बताया. इस बीच सीएम रावत ने राज्य की सियासी हलचल को लेकर देहरादून में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. Uttarakhand: सीएम तीरथ सिंह रावत ने की इस्तीफे की पेशकश, राज्य की सियासत में हो सकता है बड़ा बदलाव.

प्रेस कॉन्फ्रेंस में सीएम तीरथ सिंह रावत ने अपने इस्तीफे पर चुप्पी साधी. जब उनसे इस्तीफे को लेकर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया. प्रेस कॉन्फ्रेंस में रावत ने सरकार की उपलब्धियों पर चर्चा की. इसके अलावा उन्होंने कहा कि राज्य में 20 हजार नई नियुक्तियां की जाएंगी.

सीएम पद से दिया इस्तीफा

युवाओं को रोजगार 

मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत ने कहा, हमारी सरकार द्वारा युवाओं को रोजगार प्रदान करने के उद्देश्य से राजकीय विभागों में रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया को आगामी 6 महीने में पूरा कर बेरोजगार युवाओं को 20,000 नियुक्तियां प्रदान करने का प्रयास किया है.

सीएम रावत ने कहा, सरकार ने साल 2021 में लोगों को स्वरोजगार, व्यवसाय पर कोविड-19 के प्रतिकूल प्रभाव से राहत सहायता देने के लिए विभिन्न कदम उठाए. हमने लगभग 2,000 करोड़ रुपये की सहायता दी.

शनिवार होगी विधायक दल की बैठक 

इस बीच उत्तराखंड में बीजेपी विधायक दल की बैठक शनिवार दोपहर 3 बजे पार्टी मुख्यालय में होनी है. प्रदेश के मीडिया प्रभारी मनवीर सिंह चौहान का कहना है कि प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक की अध्यक्षता में बैठक होगी.

इस्तीफे की वजह 

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को लिखे पत्र में सीएम रावत ने इस्तीफे के पीछे संवैधानिक संकट को वजह बताया. मिली जानकारी के अनुसार सीएम रावत ने पत्र में लिखा कि आर्टिकल 164 (4) के हिसाब से उन्हें मुख्यमंत्री बनने के बाद 6 महीने में विधानसभा का सदस्य बनना था. वहीं कोरोना के चलते इस समय उपचुनाव संभव नहीं है और विधानसभा चुनाव में महज 8 महीने का समय बचा है. ऐसे में उतराखंड में संवैधानिक संकट न खड़ा हो, इसलिए मैं मुख्यमंत्री के पद से इस्तीफा देना चाहता हूं.

बता दें कि सीएम तीरथ सिंह रावत को मुख्यमंत्री का पद संभाले अभी 4 महीने भी पूरे नहीं हुए हैं. उन्होंने 10 मार्च को मुख्यमंत्री के पद की शपथ ली थी. 10 मार्च 2021 को मुख्यमंत्री बने रावत बगैर विधानसभा का सदस्य बने 10 सितंबर तक ही मुख्यमंत्री रह सकते हैं.