उत्तर प्रदेश: योगी सरकार ने किया दावा, कहा- राज्य में घटा क्राइम ग्राफ

उत्तर प्रदेश की योगी आदित्यनाथ सरकार ने दावा किया है कि प्रदेश में साल दर साल अपराध का ग्राफ गिरा है. सरकार की ओर से जारी आंकड़ों में कहा गया है कि पिछली सरकार के वक्त एक साल में हत्या, डकैती, लूट, दुष्कर्म और दहेज-हत्या के 14,980 मामले दर्ज किए गए थे. आज उन पर कार्रवाई हो रही, इसीलिए अखिलेश यादव को पीड़ा हो रही है.

CM योगी आदित्यनाथ (Photo Credits: ANI)

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) की योगी आदित्यनाथ सरकार (Yogi Adityanath Government) ने दावा किया है कि प्रदेश में साल दर साल अपराध का ग्राफ गिरा है. सरकार की ओर से जारी आंकड़ों में कहा गया है कि पिछली सरकार के वक्त एक साल में (2016) हत्या, डकैती, लूट, दुष्कर्म और दहेज-हत्या के 14,980 मामले दर्ज किए गए थे. जबकि योगी सरकार में जनवरी से लेकर 15 नवंबर, 2019 तक 10,064 मामले दर्ज हुए हैं. समाजवादी सरकार (Samajwadi Party) की तुलना में भाजपा सरकार में करीब 5,000 मामले कम हुए हैं.

जारी आंकड़ों के मुताबिक, साल 2016 में जनवरी से दिसंबर के बीच 4,679 हत्याएं हुईं, जबकि योगी सरकार में यह आकड़ा घटकर 3,294 रह गया है. आंकड़ों के मुताबिक साल-दर साल योगी सरकार में अपराध घटे हैं. योगी सरकार ने राज्य में अपराध दर की गिरावट का दावा करते हुए आंकड़े जारी किए हैं. आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2016 में 4,679 हत्याएं हुईं.

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वर्ष 2017 में 4,324 हत्याएं, वर्ष 2018 में 4,018 हत्याएं और जनवरी 2019 से लेकर 15 नवंबर, 2019 तक 3,294 हत्याएं हुईं. सरकार द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, वर्ष 2016 में 263 डकैती के मामले दर्ज हुए. वर्ष 2017 में 251 डकैती, वर्ष 2018 में 144 डकैती के मामले आए. जबकि जनवरी 2019 से लेकर 15 नवंबर, 2019 तक 91 डकैती के मामले दर्ज किए गए हैं. वर्ष 2016 में 4,118 लूट की घटनाएं हुईं. वर्ष 2017 में 4,131 लूट, वर्ष 2018 में 3,218 लूट के मामले हुए. जबकि जनवरी 2019 से लेकर 15 नवंबर, 2019 तक 1,982 लूट के मामले दर्ज किए गए हैं.

वर्ष 2016 में दुष्कर्म के 3,481 मामले दर्ज हुए. वर्ष 2017 में 4,272 मामले, वर्ष 2018 में 3,946 मामले आए. जबकि जनवरी 2019 से लेकर 15 नवंबर, 2019 तक 2,553 मामले दर्ज किए गए हैं. वर्ष 2016 में दहेज हत्या के 2,439 मामले दर्ज हुए. वर्ष 2017 में 2,543 मामले, वर्ष 2018 में 2,444 मामले आए. जबकि जनवरी 2019 से लेकर 15 नवंबर, 2019 तक 2,144 मामले दर्ज किए गए हैं.

समाजवादी पार्टी (सपा) के मुखिया अखिलेश यादव ने ट्वीट किया, "प्रदेश की बहन-बेटियों के साथ जिस प्रकार दुष्कर्म, अत्याचार व हत्या की खबरें आ रही हैं, वे दिल दहलाने वाली हैं. सुरक्षा की दृष्टि से प्रदेश की लड़कियों और महिलाओं के लिए यह आज तक का सबसे खराब दौर है. घोर निंदनीय." बीजेपी प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी (Rakesh Tripathi) ने कहा कि योगी सरकार अपराध पर अंकुश लागाने में सजग है, इसीलिए अपराध में कमी हो रही है. सपा सरकार ने अपराधियों को पाला है. आज उन पर कार्रवाई हो रही, इसीलिए अखिलेश यादव को पीड़ा हो रही है.

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