महात्मा गांधी की जयंती पर 36 घंटे लगातार चलेगा उत्तर प्रदेश विधानमंडल सत्र, विपक्ष ने किया बहिष्कार

महात्मा गांधी की 150वीं जयंती पर उप्र में विधानमंडल का विशेष सत्र आज सुबह 11 बजे से शुरू होकर 36 घंटे तक चलेगा. ऐसा पहली बार हो रहा है जब किसी खास अवसर पर सदन की कार्यवाही लगातार चलेगी. हालांकि विपक्ष ने इस सत्र के बहिष्कार का निर्णय लिया है. उन्होंने बताया कि सब मंत्रियों के विषय भी तय किए गए हैं.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Photo Credits: IANS)

महात्मा गांधी (Mahatma Gandhi) की 150वीं जयंती पर उप्र में विधानमंडल का विशेष सत्र आज सुबह 11 बजे से शुरू होकर 36 घंटे तक चलेगा. ऐसा पहली बार हो रहा है जब किसी खास अवसर पर सदन की कार्यवाही लगातार चलेगी. हालांकि विपक्ष ने इस सत्र के बहिष्कार का निर्णय लिया है. मुख्य सचेतक वीरेंद्र सिंह सिरोही ने बताया, "सत्र की शुरुआत में सबसे पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) सदन को संबोधित करेंगे. इसके बाद अन्य नेताओं को मौका मिलेगा."

उन्होंने बताया कि सब मंत्रियों के विषय भी तय किए गए हैं. कैबिनेट मंत्रियों को 15-15 मिनट जबकि राज्यमंत्रियों को 10-10 मिनट का समय मिलेगा. विधानमंडल के विशेष सत्र के दौरान विधान परिषद में भी विपक्ष नहीं रहेगा. लिहाजा उच्च सदन में 36 घंटे का यह विशेष सत्र 34 सदस्यों के भरोसे चलेगा. उच्च सदन में सपा के 55, बसपा के आठ और कांग्रेस के दो सदस्य हैं.

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कांग्रेस के सदस्य दिनेश प्रताप सिंह भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो चुके हैं और वह सदन में सत्ता पक्ष के बीच ही बैठते हैं. वहीं असंबद्ध सदस्य नसीमुद्दीन सिद्दीकी कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं. ऐसे में सदन की कार्यवाही में सत्ताधारी दल भाजपा के 21, अपना दल (एस) के एक, शिक्षक दल व निर्दलीय समूह के पांच-पांच, एक निर्दलीय सदस्य और दिनेश प्रताप सिंह ही हिस्सा लेंगे.

सरकार के मंत्रियों को चूंकि विधानमंडल के दोनों सदनों की कार्यवाही में हिस्सा लेना है, इसलिए वे आते-जाते रहेंगे. दूसरी ओर समाजवादी पार्टी के दल नेता व नेता प्रतिपक्ष रामगोविंद चौधरी ने बताया, "सपा कार्यकर्ता गांधी जयंती पर उनके प्रिय भजन गाएंगे."

वहीं, पहली बार उपचुनाव लड़ रही बसपा ने प्रचार को महत्व देते सत्र में शामिल न होने का निर्णय लिया है. कभी सरकार का हिस्सा रही सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी ने भी विशेष सत्र के बहिष्कार की घोषणा की है. विधानसभा अध्यक्ष हृदयनारायण दीक्षित ने कहा कि विरोधी दलों के नेताओं की सहमति के बाद ही विशेष सत्र आहूत किया गया है. उन्होंने सभी दलों से जनहित में सत्र में भाग लेने का आग्रह किया.

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