Uttar Pradesh कांग्रेस ने प्रतापगढ़ हिंसा की न्यायिक जांच की मांग की
प्रमोद तिवारी (photo credits: Facebook)

लखनऊ, 27 सितम्बर: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) कांग्रेस (Congress) ने प्रतापगढ़ हिंसा की न्यायिक जांच की मांग की है, जिसमें कांग्रेस के पूर्व सांसद प्रमोद तिवारी (Pramod Tiwari) और कांग्रेस विधायक दल की नेता आराधना मिश्रा पर हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है. प्रतापगढ़ के सांगीपुर में शनिवार को एक आधिकारिक कार्यक्रम के दौरान स्थानीय भाजपा सांसद संगम लाल गुप्ता के साथ कथित तौर पर लोगों के एक समूह द्वारा मारपीट किए जाने के बाद कांग्रेस नेताओं के खिलाफ कुल पांच प्राथमिकी दर्ज की गई हैं.

गुप्ता ने दावा किया कि उन पर कांग्रेस के लोगों ने उनके नेताओं के इशारे पर हमला किया. राज्य सरकार ने लालगंज के सर्कल अधिकारी जगमोहन को ड्यूटी में कथित लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया है. जहां भाजपा नेता अपनी पार्टी के सांसद का समर्थन करते दिखे, वहीं यूपी कांग्रेस ने 30 घंटे से अधिक समय तक चुप्पी साधे रखी और अंत में अपने नेताओं का समर्थन करने के लिए सामने आए. यहां तक कि हर मुद्दे पर ट्वीट करने वाली कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने भी अपनी पार्टी के नेताओं पर हुए हमले की निंदा नहीं की. यह भी पढ़े: बीजेपी सांसद पर हुए हमले से मेरा कोई लेना देना नहीं: Pramod Tiwari

यूपीसीसी अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, जो प्रमोद तिवारी और आराधना मिश्रा के लिए खड़े नहीं होने के लिए पार्टी के व्हाट्सएप समूहों में आलोचना का शिकार हो रहे थे, ने एक बयान में कहा कि पुलिस ने आंशिक तरीके से काम किया और घटना की न्यायिक जांच की आवश्यकता है. उन्होंने आरोप लगाया कि पंचायत चुनावों में भाजपा के खराब प्रदर्शन के बाद सहानुभूति हासिल करने के लिए उसके नेताओं ने हिंसा की साजिश रची. उन्होंने संगम लाल गुप्ता को घटना के वीडियो सबूत पेश करने की चुनौती दी.