Budget Session 2020: इस महीनें की पहली तारीख को केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) द्वारा लोकसभा में आम बजट पेश किया गया. बजट पेश होने के बाद से ही विपक्ष इसपर अपना हमलावर रुख अपनाया हुआ है. इसी कड़ी में मंगलवार यानि आज कुछ विपक्षी सांसदों ने लोकसभा में जमकर हंगामा किया और इस दौरान नारे लगाए, 'गोली मारना बंद करो, देश को तोड़ना बंद करो.' बता दें कि मोदी सरकार 2.0 के इस बजट पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी अपना बयान देते हुए कहा कि बजट के नाम पर सिर्फ भाषण था. कोई सेंट्रल थीम नहीं है. अर्थव्यवस्था सुधारने के लिए बजट में कुछ नहीं था.
बता दें कि वित्त मंत्री सीतारमण ने इस बजट को आकांक्षी भारत, आर्थिक विकास और संवेदनशील समाज की भावना पर केंद्रित बताया था. उन्होंने यह भी कहा था कि बजट का उद्देश्य लोगों की क्रय शक्ति को बढ़ाना है. आकांक्षी भारत में कृषि, ग्रामीण विकास, स्वच्छता और शिक्षा शामिल हैं, जिसके लिए 4.82 लाख करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. वहीं बीते वर्ष इसके लिए 4.67 लाख करोड़ रुपये जारी किए गए थे.
संवेदलशील समाज की भावना में महिला व बाल विकास, समाजिक कल्याण, संस्कृति और पर्यावरण शामिल हैं, जिसके लिए 62,626 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं. पिछले वर्ष इसके लिए 59,036 करोड़ जारी किए गए थे. किसानों के लिए उठाए गए महत्वपूर्ण कदमों का जिक्र करते हुए सीतारमण ने कहा कि 'प्रधानमंत्री किसान ऊर्जा सुरक्षा एवं उत्थान महाभियान से 20 लाख किसानों को सोलर पंप लगाने में मदद मिलेगी.
#BudgetSession2020 : Uproar in Lok Sabha as few opposition MPs shout "Goli maarna bandh karo; desh ko todna bandh karo". pic.twitter.com/GIQXjpifgP
— ANI (@ANI) February 3, 2020
बजटीय भाषण में 15 लाख करोड़ रुपये के कृषि क्रेडिट लक्ष्य का दावा किया गया है. वहीं, बजट पूर्व सर्वेक्षण में जब लोगों से पूछा गया कि क्या यह बजट पूंजीवादियों के पक्ष में होगा, तो करीब 40.9 प्रतिशत लोगों ने कहा कि बड़े पैमाने पर यह बजट पूंजीपतियों के पक्ष में होगा.