लखनऊ, 21 फरवरी : पूर्व सांसद और कांग्रेस नेता उदित राज (Udit Raj) के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर (FIR) दर्ज की है क्योंकि उन्होंने अपने एक ट़्वीट में दावा किया है कि उन्नाव के बबुरहा में संदिग्ध परिस्थितियों में हुई दलित लड़कियों की मौत दुष्कर्म का मामला है और पुलिस इनके परिवार के खिलाफ जाकर बच्चियों के शव को जला दिया है. उदित राज ने शुक्रवार को ट्विटर पर अपनी यह बात रखी. इधर पुलिस ने कहा है कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट (Postmortem report) में बच्चियों के साथ दुष्कर्म होने की कोई पुष्टि नहीं हुई थी और न ही परिवार ने इस घटना में बल प्रयोग का कोई आरोप लगाया था.
उन्नाव के पुलिस अधीक्षक आनंद कुलकर्णी ने कहा, "डॉ. उदित राज पर सोशल मीडिया (social media) पर झूठी और मनगढ़ंत जानकारी साझा करने का आरोप है." कुलकर्णी ने कहा कि उदित राज के खिलाफ सूचना प्रौद्योगिकी अधिनियम के तहत दंगा भड़काने और उकसाने के आरोप में प्राथमिकी दर्ज की गई है. यह भी पढ़ें : Unnao Case: उन्नाव में पीड़ित लड़कियों के अंतिम संस्कार के बाद सियासी बयानबाजी हुई तेज, अखिलेश यादव ने योगी सरकार से पूछा-घटनाओं का जिम्मेदार कौन है
उदित राज के ट्वीट में कहा गया है: "मैंने अभी-अभी पूर्व सांसद सावित्री बाई फुले जी से बात की है. पुलिस ने उन्हें बड़ी ही मुश्किल से उन्नाव में पीड़ित परिवारों से मिलने दिया. पीड़िताओं के परिवारवालों ने लड़कियों के साथ दुष्कर्म होने की बात कही है और यह भी कहा है कि उनकी इच्छा के बगैर उनके शव जलाए गए हैं."