वाराणसी, 3 अक्टूबर: केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति जुबिन ईरानी (Smriti Zubin Irani) शनिवार को वाराणसी दौरे पर थीं. इस दौरान उन्होंने हाथरस में की घटना को बेहद दर्दनाक बताया है. कहा कि, "इस मामले में मुख्यमंत्री योगी न्याय करेंगे. कांग्रेस नेता राहुल गांधी व प्रियंका का हाथरस जाना सिर्फ राजनीति है." केंद्रीय मंत्री स्मृति इरानी ने कहा कि, "उन्हें भरोसा है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Yogi Adityanath) इस मामले में न्याय करेंगे. मेरी इस मामले में मुख्यमंत्री के साथ फोन पर बात भी हुई है." उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि, "उनका हाथरस कूच करना सिर्फ अपनी राजनीति करना है. देश व प्रदेश की जनता खूब समझती है. उनको तो राजस्थान जाकर पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की पहल करनी चाहिए, लेकिन वोट की खातिर हाथरस बार-बार आने के प्रयास में हैं."
हाथरस कांड पर स्मृति ईरानी ने कहा कि, "अपनी संवैधानिक मर्यादा के चलते मैं किसी प्रदेश के मामले में दखल नहीं देती, लेकिन मैंने हाथरस कांड पर योगी आदित्यनाथ से बात की है. मुख्यमंत्री ने एसआईटी का गठन किया है. प्रारंभिक रिपोर्ट पर एसपी के साथ सीओ तथा अन्य के खिलाफ तो कल ही कार्रवाई हुई है. एसआईटी की रिपोर्ट आने दीजिए. उसके बाद जिन लोगों ने हस्तक्षेप किया या जिन लोगों ने पीड़िता को न्याय न मिल पाए इसकी साजिश की है, उनके खिलाफ योगी आदित्यनाथ सख्त कार्रवाई करेंगे."
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, "राहुल गांधी राजनीति के लिए हमेशा प्रयासरत रहे हैं, लेकिन राष्ट्रनीति में सफल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रहे हैं. मुझे लगता है कि स्वतंत्र देश की जनता ने कांग्रेस के हथकंडों को भलीभांति समझा है. कोई भी नेता किसी भी विषय में राजनीति करना चाहता है, तो मैं उसे रोक नहीं सकती है, लेकिन जनता समझती है कि हाथरस के लिए कूच उनकी अपनी राजनीति के लिए है, न कि पीड़ित को न्याय दिलाने के लिए."
बनारस में सर्किट हाउस के बाहर सपा और कांग्रेस महिला कार्यकर्ताओं ने हाथरस मामले को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया. इसके बाद उन्हें मनाने के लिए भाजपा विधायक सौरभ श्रीवास्तव बाहर आए. काफी देर तक विधायक ने महिला कार्यकर्ताओं को मनाने की कोशिश की. लेकिन महिलाओं का विरोध-प्रदर्शन जारी रहा. इसी बीच स्मृति ईरानी सर्किट हाउस से बाहर कार्यकर्ताओं को मनाने के लिए आईं और कार्यकर्ताओं को अंदर लेकर चली गईं. सर्किट हाउस में उन्होने महिला कार्यकर्ताओं से बातचीत भी की है.