नई दिल्ली, 23 सितंबर. देश में कृषि बिल (Farm Bills) को लेकर राजनीति थमने का नाम नहीं ले रही है. कांग्रेस (Congress), बीएसपी (BSP), एसपी (SP) सहित पूरा विपक्ष केंद्र पर हमलावर हो गया है. दूसरी तरफ किसानों का विरोध प्रदर्शन अब उग्र होता दिखाई पड़ रहा है. इसी बीच केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Union Minister Smriti Irani) ने कृषि बिल को लेकर विपक्ष के आरोपों पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि हम इस बिल के माध्यम से किसान को बिचौलियों से आजाद कर रहे हैं.
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि कांग्रेस ने 2019 के मेनिफेस्टो में कहा था कि वो APMC एक्ट हटा देंगे. भाजपा ने सदन में भी वचन दिया और कहा कि हम APMC एक्ट को हाथ नहीं लगाएंगे, हम प्रदेश की सरकारों के अधिकारों का हनन नहीं कर रहे, हम किसान को बिचौलियों से आजाद कर रहे हैं. यह भी पढ़ें-Farm Bills Row 2020: कृषि बिल को लेकर CM योगी से मिले भारतीय किसान यूनियन के नेता, 25 सितंबर को करेंगे चक्का जाम
ANI का ट्वीट-
कांग्रेस ने 2019 के मेनिफेस्टो में कहा था कि वो APMC एक्ट हटा देंगे। भाजपा ने सदन में भी वचन दिया और कहा कि हम APMC एक्ट को हाथ नहीं लगाएंगे, हम प्रदेश की सरकारों के अधिकारों का हनन नहीं कर रहे, हम किसान को बिचौलियों से आजाद कर रहे हैं : स्मृति ईरानी, केंद्रीय मंत्री pic.twitter.com/ZlMeO853zN
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 23, 2020
वहीं किसान बिल को लेकर हो रहे विरोध पर भी स्मृति ईरानी ने सवाल पूछते हुए कहा कि इसे लेकर इतना हल्ला क्यों हो रहा है. ये बिल किसानों को अपने उत्पाद के लिए आजादी से व्यापार करने की इजाजत देता है. ईरानी ने आगे कहा कि कांग्रेस ने 10 सालों में स्वामीनाथन रिपोर्ट को लागू नहीं किया, जबकि मोदी सरकार ने इसे अमल में लाते हुए लागू किया और करीब ढाई गुणा अधिक न्यूनतम समर्थन मूल्य दिया है.