Constitution Day: संविधान दिव पर बोले पीएम मोदी, प्रस्तावना के पहले 3 शब्द प्रतिज्ञा-विश्वास और आह्वान है
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि संविधान की प्रस्तावना के पहले तीन शब्द- ‘We The People’ केवल शब्द नहीं हैं… ये एक आह्वान है, एक प्रतिज्ञा है, एक विश्वास है.
Constitution Day 2022: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज सुबह 10 बजे सुप्रीम कोर्ट में आयोजित संविधान दिवस समारोह में शामिल हुए. समारोह में CJI डी वाई चंद्रचूड़, कानून मंत्री किरेन रिजिजू और सुप्रीम कोर्ट के सीनियर जज भी मौजूद रहें. Constitution Day 2022 Messages: हैप्पी संविधान दिवस! शेयर करें ये हिंदी Quotes, GIF Greetings, WhatsApp wishes और Images
पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने संविधान दिवस (Constitution Day) पर आयोजित कार्यक्रम में कहा कि "आप सभी को और सभी देशवासियों को संविधान दिवस की शुभकामनाएं. इस बार का संविधान दिवस इसलिये विशेष है क्योंकि भारत ने आजादी के 75 वर्ष पूरे किए हैं. बाबा साहेब सभी संविधान निर्माताओं को नमन करता हूं. भारत के तेज विकास के चलते दुनिया हमें उम्मीदों से देख रही है. भारत के बारे में कहा जाता था कि ये बिखर जाएगा, लेकिन ये देश लगातार आगे बढ़ रहा है."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि संविधान की प्रस्तावना के पहले तीन शब्द- ‘We The People’ केवल शब्द नहीं हैं… ये एक आह्वान है, एक प्रतिज्ञा है, एक विश्वास है.
उन्होंने कहा "दुनिया भारत को बहुत उम्मीदों से देख रही है, एक ऐसा देश जिसके बारे में आशंका जताई जाती थी कि वे अपनी आज़ादी बरकरार नहीं रख पाएगा. आज वही देश पूरी सामर्थ्य से अपनी सभी विविधताओं पर गर्व करते हुए आगे बढ़ रहा है."
पीएम मोदी ने कहा "हमारे संविधान निर्माताओं ने हमें एक ऐसा संविधान दिया है, जो ओपेन व फ्यूचरिस्टिक है और अपने आधुनिक विजन के लिए जाना जाता है. इसलिए स्वाभाविक तौर पर हमारे संविधान की स्पिरिट यूथ सेंट्रिक है."
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शहीदों को याद करते हुए कहा "आज 26/11 मुंबई आतंकी हमले का दिन भी है, 14 वर्ष पहले जब भारत अपना संविधान दिवस मना रहा था तब उसी दिन मानवता के दुश्मनों ने सबसे बड़ा हमला किया, मुंबई आतंकी हमले में जिनकी मृत्यु हुई मैं उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं."
पीएम ने कहा कि भारत की मदर ऑफ डेमोक्रेसी के रूप में जो पहचान है, हमें उसको और भी अधिक सशक्त करना है. हमारे संविधान की स्पिरिट यूथ सेंट्रिक है. आज संविधान दिवस पर मैं देश की न्यायपालिका से एक आग्रह भी करूंगा कि- युवाओं में संविधान को लेकर समझ बढ़े इसके लिए डिबेट और डिस्कशन को बढ़ाना चाहिए.