नई दिल्ली, 7 नवंबर: रविवार को दिल्ली (Delhi) में हुए भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में विपक्ष पर असीम नफरत की मानसिकता से काम करने का आरोप लगाते हुए कहा गया है कि विपक्ष केवल और केवल असीम नफरत की मानसिकता से काम कर रहा है. भाजपा राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पारित किए गए राजनीतिक प्रस्ताव में विपक्ष पर अवसरवादिता की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा गया है कि जहां भारत अपने प्रधानमंत्री के नेतृत्व में स्वदेशी वैक्सीन, वैक्सीनेशन और जन भागीदारी के जरिए देशवासियों के लिए एक मजबूत सुरक्षा कवच तैयार करने में लगा था , वहीं विपक्ष इस कोरोना महामारी के खिलाफ व टीकाकरण अभियान को पटरी से उतारने के लिए हर तरह के कुत्सित प्रयास, दुष्प्रचार और साजिशें रचने में व्यस्त था.भाजपा की राष्ट्रीय कार्यसमिति की बैठक में ऑनलाइन शामिल हुए उत्तर प्रदेश के नेता
कार्यकारिणी बैठक में पारित राजनीतिक प्रस्ताव में विपक्ष के रवैये को गैर जिम्मेदार और लोकतंत्र को कमजोर करने वाला बताते हुए विपक्षी दलों के रवैये की कड़ी निंदा की गई है. राजनीतिक प्रस्ताव में असम, पुड्डुचेरी, पश्चिम बंगाल , तमिलनाडु और केरल में हुए विधान सभा चुनावों में भाजपा के प्रदर्शन को सराहनीय बताते हुए कहा गया है कि बिहार में एनडीए की सरकार बनी और भाजपा का स्ट्राइक रेट सबसे अच्छा रहा. वहीं पश्चिम बंगाल में भाजपा ने 2 से 77 विधानसभा सदस्यों का सफर तय किया और प्रदेश की मुख्य विपक्षी पार्टी बनी.
असम में पूर्ण बहुमत के साथ दोबारा भाजपा की सरकार बनी तो पुड्डुचेरी में पहली बार एनडीए की सरकार बनी. इसके अलावा देशभर में हुए उपचुनावों और निकाय के चुनावों में भी भाजपा के शानदार प्रदर्शन का जिक्र करते हुए कहा गया है कि इससे साबित होता है कि भाजपा की सरकारें लगातार लोगों के विश्वास पर निरंतर खरे उतर रही हैं. राजनीतिक प्रस्ताव में पश्चिम बंगाल की सरकार पर बदले की भावना और राजनीतिक विद्वेष की मानसिकता के साथ निर्दोष भाजपा कार्यकर्ताओं की हत्या और अन्य कई प्रकार के जुल्म करने का आरोप भी लगाया गया है.
रविवार को राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पारित राजनीतिक प्रस्ताव में आगामी विधानसभा चुनावों में विजय का संकल्प लेते हुए कहा गया है कि उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में भाजपा की गरीब कल्याणकारी और विकासोन्मुखी सरकार है और भाजपा अपनी सरकारों के विकास कार्य और संगठन की मजबूती के बल पर इन राज्यों में बड़ी जीत की ओर अग्रसर है और तमाम सर्वे भी इसी बात की ओर इशारा कर रहे हैं.