लोकसभा चुनाव में करारी हार और सियासी उठापटक के बीच के बीच कांग्रेस (Congress) पार्टी को अब तेलंगाना (Telangana) में बड़ा झटका लगा है. कांग्रेस के 18 में से 12 विधायक मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (KCR) की पार्टी टीआरएस (TRS) में शामिल हो गए हैं. कांग्रेस को करारा झटका देते हुए राज्य के 18 में से 12 विधायकों ने विधानसभा स्पीकर पोचरम श्रीनिवास रेड्डी से मुलाकात की और उन्हें ज्ञापन देकर मांग की थी कि उनके समूह का विलय केसीआर की अगुवाई वाली टीआरएस में कर दिया जाए.
पूरे मामले में कांग्रेस ने सत्ताधारी TRS पर पैसों के बल पर विधायकों के खरीदने का आरोप लगाया है. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष एन उत्तम कुमार रेड्डी ने मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (केसीआर) पर विधायकों को 'खरीदने' का आरोप लगाया. रेड्डी ने यह भी कहा कि कांग्रेस अब 'अदालतों और सड़कों पर लड़ाई लड़ेगी.' टीआरएस में कांग्रेस विधायक दल के विलय की मांग को लेकर एक दर्जन कांग्रेस विधायकों की स्पीकर से मुलाकात के बाद प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, 'केसीआर ने बारी-बारी से इन कांग्रेस विधायकों को खरीदा है. वे समूह नहीं हैं.'
बता दें कि साल 2018 के विधानसभा चुनाव में तेलंगाना राष्ट्र समिति ने सूबे में सरकार बनाई थी. इस लोकसभा चुनाव में भी तेलंगाना में टीआरएस बीजेपी और कांग्रेस से आगे रही. तेलंगाना में लोकसभा की 17 सीटें हैं, जिनमें से 9 सीटों पर तेलंगाना राष्ट्र समिति, 4 सीटों पर बीजेपी, तीन सीटों पर कांग्रेस पार्टी और एक सीट पर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन को जीत हासिल हुई.