
India Pakistan Tensions: जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने भारत-पाकिस्तान तनाव को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान की ओर से जम्मू में ड्रोन के जरिए आम नागरिकों को निशाना बनाना न केवल चौंकाने वाला है, बल्कि यह 1971 के युद्ध के बाद देखी गई आक्रामकता की याद दिलाता है. हालांकि, उन्होंने भारत की सेना की तेज और सटीक कार्रवाई की तारीफ करते हुए कहा कि हमारे जवानों ने समय रहते स्थिति को संभाल लिया और खतरे को बेअसर किया.
उमर अब्दुल्ला ने साफ शब्दों में कहा कि इस हिंसा की शुरुआत भारत ने नहीं की, बल्कि पाकिस्तान ने पहले कदम उठाया, जब पहलगाम में आम लोगों को निशाना बनाकर हमला किया गया.
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पाकिस्तान की युद्ध नीति पर भड़के जम्मू-कश्मीर के सीएम उमर अब्दुल्ला
VIDEO | Jammu and Kashmir CM Omar Abdullah on India-Pakistan tension: “Pakistan's recent actions of targeting civilians in Jammu using drones were both shocking and unprecedented, reminiscent of the aggression seen after the 1971 war. However, our Indian defense forces swiftly… pic.twitter.com/EAnCI7EGzj
— Press Trust of India (@PTI_News) May 9, 2025
'शांति का रास्ता चुने पाकिस्तान'
उन्होंने कहा कि अब पाकिस्तान की जिम्मेदारी बनती है कि वह शांति का रास्ता चुने और दोनों देशों के नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करे. उमर अब्दुल्ला का यह बयान उस वक्त आया है जब हाल ही में जम्मू के कई इलाकों में पाकिस्तानी ड्रोन से हथियार और विस्फोटक गिराने की कोशिशें की गई थीं.
इन हमलों में आम लोगों को निशाना बनाने की मंशा स्पष्ट दिख रही थी, लेकिन भारतीय सेना की सतर्कता के चलते बड़े नुकसान से बचा जा सका.
'आम नागरिकों को होता है युद्ध से नुकसान'
उन्होंने यह भी कहा कि भारत हमेशा शांति का पक्षधर रहा है, लेकिन जब देश की सुरक्षा पर बात आती है तो जवाबी कार्रवाई करना मजबूरी हो जाती है. उमर ने जोर देकर कहा कि ऐसी घटनाएं भारत की मर्जी से नहीं होतीं, बल्कि पड़ोसी देश की उकसावे वाली नीतियों के चलते ये हालात पैदा होते हैं.
जंग में जीत-हार से ज्यादा नुकसान दोनों तरफ के आम नागरिकों का होता है. हमें सोचने की जरूरत है कि हम अपने आने वाली पीढ़ियों को क्या भविष्य देना चाहते हैं.