चंडीगढ़. पाकिस्तानी जेल से अपने भाई सरबजीत सिंह को बाहर निकालने के लिए लगातार संघर्ष करने वाली दलबीर कौर ने कहा कि उनके कठिन दिनों में पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज उनके लिए बहुत बड़ी ताकत बन गयी थीं. सिंह की मौत पाकिस्तान की जेल में 2013 में हो गई थी.
कौर ने स्वराज के साथ भाजपा कार्यालय में 2005 में दिल्ली में हुई मुलाकात को याद करते हुए कहा, ‘‘ मैं उनसे पहली बार सरबजीत मामले को लेकर 2005 में भाजपा के कार्यालय में मिली थी। जब उन्होंने मुझसे कहा कि मैं उनके दिल्ली स्थित आवास पर कभी भी मिल सकती हूं तो मैं उनके हाव भाव से काफी प्रभावित हुई.’’यह भी पढ़े-RIP Sushma Swaraj: सुषमा स्वराज पंच तत्व में विलीन, लोगों ने नम आंखों से दी अंतिम विदाई
कौर 2005 में पाकिस्तान की जेल से अपने भाई को बाहर निकालने के लिए अभियान चला रही थीं.
उन्होंने कहा कि वह पूर्व विदेश मंत्री के निधन से स्तब्ध रह गईं क्योंकि स्वराज कठिन दिनों में उनके लिए बड़ी ताकत थीं.