लोकसभा चुनाव 2019 (Lok Sabha Elections 2019) में कांग्रेस की करारी हार के बाद अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने पर अड़े राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने आखिरकार अपना उत्तराधिकारी ढूंढ़ लिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पूर्व गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे (Sushil Kumar Shinde) को कांग्रेस (Congress) के अध्यक्ष पद की कमान सौंपी जा सकती है. कांग्रेस आलाकमान ने गांधी परिवार संग सभी नामों पर विचार विमर्श करने के बाद सुशील कुमार शिंदे को कांग्रेस का अगला अध्यक्ष बनाने का मन बनाया है. हालांकि कांग्रेस के नए अध्यक्ष के नाम के ऐलान में थोड़ी देरी हो सकती है क्योंकि पार्टी में अभी इस्तीफों का दौर जारी है. ज्ञात हो कि कांग्रेस अध्यक्ष बनने की दौड़ में मल्लिकार्जुन खड़गे, अशोक गहलोत, गुलाम नबी आजाद, एके एंटनी और जनार्दन द्विवेदी का नाम भी चर्चा में था.
सुशील कुमार शिंदे यूपीए चेयरपर्सन सोनिया गांधी के करीबियों में शुमार किए जाने वाले नेता हैं. महाराष्ट्र के पुलिस कॉन्स्टेबल और बाद में सीआईडी के रूप में अपनी जिंदगी की शुरुआत करने वाले सुशील कुमार शिंदे 1960 के दशक में राजनीति में शामिल हुए और राज्य व केंद्र में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहे हैं. वे पांच बार विधानसभा के सदस्य रह चुके हैं. साल 1992 में शिंदे को कांग्रेस ने राज्यसभा भेजा था. इसके बाद शिंदे ने 1999 में पहली बार लोकसभा चुनाव जीता और संसद पहुंच गए. सुशील कुमार शिंदे 18 जनवरी 2003 को महाराष्ट्र के सीएम बने. हालांकि उनका कार्यकाल 4 नवंबर 2004 तक ही रहा. इसके बाद उनके विलासराव देशमुख के बीच सीएम पद के होड़ शुरू हो गई. तब आलाकमान ने सुशील कुमार शिंदे को वहां हटाना उचित समझा. साल 2004 में ही उन्हें आंध्र प्रदेश का राज्यपाल बनाकर भेज दिया गया.
उधर, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के इस्तीफे पर अड़े होने की पृष्ठभूमि में पार्टी के कई नेता गांधी के प्रति समर्थन जताते हुए अपने पदों से इस्तीफा दे रहे हैं. सूत्रों के मुताबिक, अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कई सचिवों, कई राज्य इकाइयों के पदाधिकारियों और युवा कांग्रेस एवं महिला कांग्रेस के कई पदाधिकारियों ने इस्तीफे दे दिए हैं अथवा इस्तीफे की पेशकश की है. यह भी पढ़ें- महाराष्ट्र: नाना पटोले ने किसान कांग्रेस का पद छोड़ा
गौरतलब है कि 2019 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की करारी हार के बाद 25 मई को हुई पार्टी कार्य समिति की बैठक में राहुल गांधी ने अध्यक्ष पद से इस्तीफे की पेशकश की थी. हालांकि कार्य समिति के सदस्यों ने उनकी पेशकश को खारिज करते हुए उन्हें आमूलचूल बदलाव के लिए अधिकृत किया था. इसके बाद से राहुल गांधी लगातार इस्तीफे की पेशकश पर अड़े हुए हैं.