Kerala: स्मृति ईरानी अब वायनाड में करेंगी राहुल गांधी का पीछा, सियासी तंबू उखाड़ने की कोशिश में केंद्रीय मंत्री
अमेठी में राहुल गांधी को हराने वाली स्मृति ईरानी अगले सप्ताह वायनाड में उतरने के लिए पूरी तरह तैयार हैं, जहां कांग्रेस नेता ने 2019 के लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की थी.
तिरुवनंतपुरम, 30 अप्रैल: अमेठी में राहुल गांधी को हराने वाली स्मृति ईरानी अगले सप्ताह वायनाड में उतरने के लिए पूरी तरह तैयार हैं, जहां कांग्रेस नेता ने 2019 के लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की थी. सूत्रों के मुताबिक, केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री ईरानी राहुल गांधी से मुकाबला करने के लिए एक मिशन लेकर आ रही हैं, खासकर वायनाड जिले में, जहां आदिवासियों की आबादी सबसे ज्यादा है और उनके उत्थान के लिए केंद्र की कई योजनाएं होने के बावजूद उनकी हालत जस की तस बनी हुई है.
2011 की जनगणना के अनुसार, केरल में अनुसूचित जनजाति की जनसंख्या 4,84,839 (कुल जनसंख्या का 1.5 प्रतिशत) है और वायनाड जिले में सबसे ज्यादा 1,51,443 आदिवासी हैं.
संयोग से, अभिनेता-राजनेता सुरेश गोपी इस क्षेत्र से उच्च सदन के मनोनीत सदस्य थे, जिनका कार्यकाल इस महीने समाप्त हो गया. उन्होंने संसद में अपने पिछले कुछ भाषणों में यह मुद्दा उठाया था कि गरीबों और दलितों के उत्थान के लिए केंद्र प्रायोजित योजनाएं किस तरह चल रही हैं. उन्होंने कहा था कि केरल में अनुसूचित जाति/अनुसूचित जनजाति समुदायों पर उचित ध्यान नहीं दिया जा रहा है, जिससे स्मृति ईरानी को वायनाड का दौरा करने के लिए प्रोत्साहन मिल रहा है.
ईरानी के आदिवासी कॉलोनियों में घूमने की संभावना है और एक या दो दिनों के लिए वायनाड में रहने की संभावना है. वह अपने अधिकांश समय का उपयोग राहुल गांधी के अपने निर्वाचन क्षेत्र से अनुपस्थिति के बारे में लोगों की राय जानेंगी.