शशि थरूर और दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा जामिया मिलिया इस्लामिया के बाहर CAA और NRC के विरोध प्रदर्शन में हुए शामिल

कांग्रेस के लिए तिरुवनंतपुरम सीट से मौजूदा सांसद शशि थरूर और कांग्रेस के लिए दिल्ली से प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा ने आज जामिया मिलिया इस्लामिया के बाहर नागरिकता संशोधन अधिनियम और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन में भाग में लिया.

शशि थरूर और दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा (Photo Credits: ANI)

नई दिल्ली: कांग्रेस (Congress) के लिए तिरुवनंतपुरम (Thiruvananthapuram) सीट से मौजूदा सांसद शशि थरूर (Shashi Tharoor) और कांग्रेस के लिए दिल्ली से प्रदेश अध्यक्ष सुभाष चोपड़ा (Subhash Chopra) ने आज जामिया मिलिया इस्लामिया (Jamia Millia Islamia) के बाहर नागरिकता संशोधन अधिनियम (Citizenship Amendment Act) और राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर (National Register of Citizens) को लेकर हो रहे विरोध प्रदर्शन में भाग में लिया.

बता दें कि हाल ही में सीएए (CAA) को लेकर देश में चल रहे विरोध प्रदर्शन के बावजूद केंद्र की मोदी सरकार ने संशोधित नागरिकता कानून को 10 जनवरी से लागु कर दिया है. बताना चाहते है कि नागरिकता कानून के खिलाफ पूर्वोत्तर से लेकर उत्तर भारत तक विरोध प्रदर्शन देखने मिला है. साथ ही इस दौरान कई हिंसक घटनाएं भी सामने आयी थीं. केंद्र सरकार ने लोकसभा और राज्यसभा से पारित और राष्ट्रपति से हस्ताक्षरित नए नागरिकता कानून को बीते शुक्रवार से लागू किया है.

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ज्ञात हो कि नागरिकता कानून के तहत हिंदू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के जो सदस्य 31 दिसंबर 2014 तक पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान से भारत आए हैं उन्हें भारतीय नागरिकता देने का प्रावधान है.

जानकारी के अनुसार इस कानून के मुताबिक इन 6 समुदायों के शरणार्थियों को 5 साल तक भारत में रहने के बाद उन्हें नागरिकता दी जाएगी. इससे पहले यह समय सीमा 11 वर्ष की थी. नागरिकता कानून 2019 को लेकर अमित शाह ने संसद में अपने भाषण में दावा करते हुए कहा था कि लाखों-करोड़ों ऐसे लोग हैं जिन्हें इस कानून से लाभ मिलेगा.

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