शरद पवार के समर्थन में उतरे राहुल गांधी, महाराष्ट्र चुनाव से पहले ED की कार्रवाई को बताया 'राजनीतिक अवसरवाद'
राहुल गांधी और शरद पवार (Photo Credits: PTI)

राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) बैंक घोटाला मामले में शुक्रवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) के समक्ष पेश होंगे. हालांकि, ईडी ने मामले में शरद पवार या किसी अन्य को अब तक तलब नहीं किया है. इस बीच, कांग्रेस (Congress) के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने ट्वीट कर कहा कि शरद पवार प्रतिशोधी सरकार (Vindictive Government) द्वारा निशाना बनाए जाने वाले विपक्ष के नए नेता हैं. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में चुनाव (Maharashtra Elections) से एक महीना पहले इस तरह की कार्रवाई राजनीतिक अवसरवाद (Political opportunism) की पुनरावृत्ति है.

बता दें कि शरद पवार के प्रवर्तन निदेशालय के कार्यालय जाने के नियोजित कार्यक्रम के मद्देनजर पुलिस ने बलार्ड पियर स्थित ईडी कार्यालय के बाहर और दक्षिण मुंबई के अन्य क्षेत्रों में निषेधाज्ञा लागू कर दी है. पुलिस के एक अधिकारी ने गुरुवार रात कहा कि संभावित विरोध प्रदर्शनों को देखते हुए, कार्यालय के बाहर धारा 144 लगाई गई. हालांकि, शरद पवार ने एनसीपी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे मुंबई में केंद्रीय एजेंसी के कार्यालय के पास एकत्र न हों और सुनिश्चित करें कि लोगों को कोई असुविधा न हो. यह भी पढ़ें- शरद पवार आज होंगे ED दफ्तर में पेश, मुंबई पुलिस ने बलार्ड पियर में लगाई धारा 144.

उल्लेखनीय है कि धन शोधन रोकथाम कानून (पीएमएलए) के अंतर्गत दर्ज शिकायत के तहत ईडी उन आरोपों की जांच कर रही है कि एमएससीबी के शीर्ष अधिकारी, अध्यक्ष, एमडी, निदेशक, सीईओ और प्रबंधकीय कर्मचारी तथा सहकारी चीनी फैक्टरी के पदाधिकारियों को अनुचित तरीके से कर्ज दिए गए. एजेंसी ने कर्ज देने और अन्य प्रक्रिया में कथित अनियमितता की जांच के लिए शरद पवार, उनके भतीजे और राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार तथा करीब 70 अन्य के खिलाफ पीएमएलए के तहत मामला दर्ज किया था.

ईडी का मामला मुंबई पुलिस की प्राथमिकी पर आधारित है, जिसमें बैंक के निदेशकों, राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री अजित पवार और सहकारी बैंक के 70 पूर्व पदाधिकारियों के नाम हैं. उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री शरद पवार का नाम ईडी की शिकायत में पुलिस एफआईआर के आधार पर शामिल किया गया है.