भोपाल: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (Rashtriya Swayamsevak Sangh) के कार्यालय 'समिधा' पर तैनात सुरक्षा बल को सोमवार की रात को हटा दिया गया है. इससे राज्य का सियासी पारा चढ़ गया है. राजधानी के अरेरा कॉलोनी स्थित संघ के कार्यालय 'समिधा' की सुरक्षा के लिए बीते 10 वषरें से सुरक्षा बल तैनात था. इसके लिए कार्यालय के सामने पुलिस बल का टेंट लगा हुआ था. यहां नियमित रूप से सुरक्षा बल तैनात रहते थे, मगर सोमवार की रात को लगभग 11 बजे सुरक्षा बल को हटा लिया गया. प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी इस मसले पर कुछ भी कहने को तैयार नहीं हैं.
संघ कार्यालय से सुरक्षा बल हटाए जाने की बात सामने आते ही राज्य की सियासत गरमा गई है. विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष गोपाल भार्गव ने संघ कार्यालय से सुरक्षा बल हटाए जाने पर नाराजगी जताई है और ट्वीट कर कहा, "भोपाल स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के कार्यालय से सुरक्षा का हटाया जाना कमलनाथ सरकार का बेहद ही निंदनीय कदम है. कांग्रेस की मध्य प्रदेश इकाई द्वारा शायद फिर से किसी हमले की योजना बनाई गई है. अगर किसी स्वयंसेवक को खरोंच भी आई तो कांग्रेस सरकार की ईंट से ईंट बजा दी जाएंगी."
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वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री और भोपाल से कांग्रेस उम्मीदवार दिग्विजय सिंह ने सुरक्षा बलों को हटाए जाने पर ऐतराज जताया है. उन्होंने ट्वीट किया है, "भोपाल राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ कार्यालय से सुरक्षा हटाना बिल्कुल उचित नहीं है. मैं मुख्य मंत्री कमल नाथ जी से अनुरोध करता हूं कि तत्काल पुन: पर्याप्त सुरक्षा देने के आदेश दें."
बताया गया है कि, लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने के बाद विभिन्न स्थानों से सुरक्षा बल को हटाया गया है. चुनाव आयोग के सूत्रों के अनुसार, उन स्थानों से सुरक्षा बलों को हटाया गया है, जिन संस्थाओं अथवा उनके जिम्मेदार लोगों ने सुरक्षा की मांग नही की थी. इसी क्रम में सोमवार को संघ के कार्यालय 'समिधा' से सुरक्षा बल को हटाया गया है.