मुंबई: महाराष्ट्र में वीर सावरकर को लेकर बयानबाजी का दौर जारी है. इसी कड़ी में शनिवार को शिवसेना नेता संजय राउत (Sanjay Raut) ने कहा, सावरकर का विरोध करने वालों को उसी जेल में भेज देना चाहिए जहां सावरकर को अंग्रेजों ने रखा था ताकि उनके संघर्षों का एहसास हो सके. राउत ने कहा है कि सावरकर के बलिदान के बारे में किसी को तब ही पता चल सकता है जब उसे अंडमान की उसी जेल में डाल दिया जाए, जहां सावरकर को रखा गया था. संजय राउत के इस बयान के बाद शिवसेना और कांग्रेस में एक फिर टकराव की स्थिति पैदा हो सकती है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण (Prithviraj Chavan) ने एक दिन पहले ही यह बयान दिया था कि नरेंद्र मोदी सरकार अगर सावरकर को भारत रत्न देती है तो इसका विरोध किया जाएगा.
सूबे के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि उनके अंग्रेजों से माफी मांगने की बात मिटाई नहीं जा सकती है. ऐसे में अगर केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने सावरकर को भारत रत्न (Bharat Ratna) दिया तो हम विरोध करेंगे. साथ ही कहा कि जटिल और विवादित व्यक्तित्व वाले सावरकर के बारे में अच्छी और खराब दोनों बातें थीं. कांग्रेस के लोगों को जो बात खराब लगती है, वे उसके बारे में बात करेंगे.
वीर सावरकर के विरोध पर बोले संजय राउत-
Sanjay Raut,Shiv Sena: Those who oppose Veer Savarkar, they maybe from any ideology or party, let them stay for just two days at the cell in Andaman cellular jail where Savarkar was lodged.Only then will they realize his sacrifice and his contribution to the nation pic.twitter.com/8J749b5dF4
— ANI (@ANI) January 18, 2020
गौरतलब है कि शिवसेना और कांग्रेस के बीच नेताओं की ऐसी बयानबाजी से रिश्ते तल्ख हो सकते हैं. कांग्रेस नेता और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के सावरकर को लेकर दिए बयान के बाद से ही दोनों पार्टियों के बीच टकराव हुआ था. इसके बाद संजय राउत ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को लेकर विवादित बयान दे दिया था. अब पृथ्वीराज चव्हाण और संजय राउत के ये ताजा बयान कौन सा सियासी हंगामा लेकर आते हैं यह देखना होगा.