Rajasthan Political Crisis: सचिन पायलट ने कानूनी मदद के लिए अभिषेक मनु सिंघवी को फोन किया था, हंसी के साथ खत्म हुई बात
राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने अभिषेक मनु सिंघवी से उन्हें (पायलट) और उनके समर्थक विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने को लेकर जारी नोटिस के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ने को लेकर कानूनी मदद के लिए संपर्क किया. जब आईएएनएस ने कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता और जानेमाने वकील अभिषेक मनु सिंघवी से संपर्क किया, तो उन्होंने कहा, "दो दिन पहले, उन्होंने मुझे फोन किया.
नई दिल्ली, 16 जुलाई. राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने अभिषेक मनु सिंघवी से उन्हें (पायलट) और उनके समर्थक विधायकों को अयोग्य ठहराए जाने को लेकर जारी नोटिस के खिलाफ कानूनी लड़ाई लड़ने को लेकर कानूनी मदद के लिए संपर्क किया. जब आईएएनएस ने कांग्रेस के वरिष्ठ प्रवक्ता और जानेमाने वकील अभिषेक मनु सिंघवी से संपर्क किया, तो उन्होंने कहा, "दो दिन पहले, उन्होंने मुझे फोन किया. वह एक अच्छे दोस्त हैं और मेरे मन में उनके लिए बहुत सम्मान है. मैंने उन्हें यह बताए बिना कि मैं विपक्षी पक्ष को सलाह दे रहा हूं, उनसे कहा कि उनके लिए सलाह देना मेरे लिए सम्मानजनक नहीं है."
सिंघवी ने कहा, "तो, हम दोनों हंस पड़े थे. इस बीच, पायलट और उनके 18 वफादार विधायकों ने गुरुवार को विधानसभा अध्यक्ष सी.पी. जोशी द्वारा अयोग्यता का नोटिस जारी करने के खिलाफ राजस्थान हाईकोर्ट का रुख किया है. यह भी पढ़े-Rajasthan Political Crisis: राजस्थान हाई कोर्ट में पायलट गुट की तरफ से हरीश साल्वे बोले-विधानसभा अध्यक्ष का नोटिस वैध नहीं, इसे तुरंत करें रद्द
जहां पायलट ने राहत के लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया, वहीं कांग्रेस ने रणनीतिक रूप से दो दिनों में विधायक दल की दो बैठकें बुलाकर पायलट से बैठक में भाग लेने की अपील की.
कानूनी विशेषज्ञों का कहना है कि कांग्रेस 10वीं अनुसूची के पैरा 2 के खंड (ए) को लागू करना चाहती है. अध्यक्ष ने पायलट और उनके सहयोगी विधायकों को कारण बताओ नोटिस जारी किया है.