राजस्थान में जारी राजनीतिक संकट के बीच गिर्राज सिंह मलिंगा ने 35 करोड़ की रिश्वत ऑफर देने का आरोप सचिन पायलट (Sachin Pilot) पर लगाया है. जिसके बाद सचिन पायलट का भी जवाब सामने आया है. सचिन पायलट ने कहा कि मैं इस तरह के आरोपों सो दुखी हूं, लेकिन हैरान नहीं हूं. उन्होंने कहा कि इस तरह के आरोप मेरी छवि को खराब करने के लिए लगाए जा रहे हैं. ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि राजस्थान में पार्टी नेतृत्व को लेकर कांग्रेस के सदस्य और विधायक के रूप में मेरी वाजिब चिंताओं को दबाया जा सके. सचिन पायलट ने कहा कि इस तरह के आरोप मुझे बदनाम करवाने और मेरी विश्वसनीयता को कम करने की कोशिश है. उन्होंने कहा कि यह एक ध्यान भटकाने की कोशिश है.
सचिन पायलट ने कहा कि मैं आरोप लगाने वाले विधायक के खिलाफ उचित, सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई करूंगा. मुझे यकीन है कि मेरी छवि पर आकांक्षाएं पैदा करने के लिए मुझ पर इस तरह के और भी संगीन आरोप लगाए जाएंगे, लेकिन मैं उससे उबर जाऊंगा और अपने विश्वास और दृढ़ विश्वास में दृढ़ रहूंगा. दरअसल कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा (Congress MLA Girraj Singh Malinga) ने आरोप लगाते हुए कहा है कि तत्कालीन उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने उनसे पार्टी छोड़कर बीजेपी में जाने के बारे में चर्चा की थी. यह भी पढ़ें:- Rajasthan Political Crisis: सीएम अशोक गहलोत ने सचिन पायलट पर निकाली जमकर भड़ास, निकम्मा-नाकारा तक कह डाला.
I'll be taking appropriate,strictest possible legal action against the MLA who was made to make the accusations. I'm sure more such concocted allegations will be thrown at me to cause aspersions on my image but I'll be unfettered&remain firm in my beliefs&convictions:Sachin Pilot https://t.co/LLxFA00T0U
— ANI (@ANI) July 20, 2020
बता दें कि कांग्रेस विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा के बयान से सियासत गर्मा गई है. रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने कहा कि इसी चर्चा सचिन पायलट के आवास पर हुई थी. जिसके बाद उन्होंने सीएम गहलोत को इसके बारे में सचेत किया था. इसी बीच मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार को गिराने की साजिश रचने का आरोप लगाते हुए ने कहा कि हम जानते थे कि वो (सचिन पायलट) निकम्मा है, नकारा है, कुछ काम नहीं कर रहा है खाली लोगों को लड़वा रहा है. उन्होंने कहा कि सचिन पायलट अपने समर्थकों से कहा करते थे, कि मैं बैंगन बेचने नहीं आया हूं, सब्जी बेचने नहीं आया हूं, मैं सीएम बनने आया हूं.