राजस्थान (Rajasthan) में मची सियासी उथल पुथल अब तक थमी नहीं है. एक तरफ जहां सीएम गहलोत का खेमा है तो वहीं दूसरी तरफ सचिन पायलट का गुट है. वैसे तो अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) पूरे दमखम के साथ कह रहे हैं कि उनकी सरकार पांच साल पूरे करेगी. लेकिन यह भी साफ है कि उन्हें भी कुर्सी की चिंता अब सताने लगी है. इसी बीच राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने पीएम मोदी (PM Modi) लिखा पत्र लिखा है, जिसमें सूबे में चल रही सियासी हलचल की दी जानकारी. उन्होंने लिखा है कि मुझे नहीं पता कि आप किस हद तक इस सब से अवगत हैं या आपको गुमराह किया जा रहा है. उन्होंने लिखा है कि मैं आप का ध्यान राज्य में चुनी गई सरकारों को अमर्यादित हॉर्स ट्रेंडिंग के माध्यम से गिराने की प्रयासों की तरफ आकर्षित करना चाहूंगा.
सीएम अशोक गहलोत ने कहा कि इसमें कुछ हमारी पार्टी के लोग भी शामिल हैं. सीएम अशोक गहलोत ने अपने पत्र में लिखा कि एक तरफ जहां कोरोना का प्रकोप पसरा हुआ है. ऐसे में जीवन रक्षा हमारी सबसे पहली प्राथमिकता है. लेकिन ऐसे समय में राजस्थान की सरकार को गिराने का प्रयास किया जा रहा है, इसमें बीजेपी के नेता गजेंद्र सिंह शेखावत के साथ हमारे दल के महत्वकांक्षी नेता शामिल हैं. सरकार को गिराना जनता के साथ धोखा है. यह भी पढ़ें:- Rajasthan Political Crisis: सचिन पायलट ने कांग्रेस विधायक गिरिराज सिंह मलिंगा को कानूनी नोटिस भेजकर कहा- 7 दिनों के भीतर में मांगे माफी और 1 रुपये का हर्जाना दें.
ANI का ट्वीट:-
Rajasthan CM Ashok Gehlot writes a letter to PM Narendra Modi regarding 'despicable attempts to destabilize elected governments through horse-trading'. "I don't know to what extent you are aware of all this or you are being misled," he writes in the letter. pic.twitter.com/PSJlBYbnSZ
— ANI (@ANI) July 22, 2020
गौरतलब हो कि राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भाई अग्रसेन गहलोत के फार्म हाउस व अन्य परिसरों पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के छापों को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार पर हमला करते हुए कांग्रेस ने बुधवार को कहा कि उनके 'रेडराज' से राजस्थान की जनता डरने वाली नहीं है और इस तरह की कार्रवाई से राज्य की कांग्रेस सरकार नहीं डिगेगी.