राजस्थान बीजेपी को तगड़ा झटका, वसुंधरा से नाराज घनश्याम तिवाड़ी ने दिया इस्तीफा
भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी ने कहा कि पार्टी को तिवाड़ी के इस्तीफे से कोई फर्क नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा, "कई लोगों ने पार्टी छोड़ दी, क्योंकि उनका राजनीतिक करियर समाप्त होने वाला है.
जयपुर. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की राजस्थान इकाई के वरिष्ठ नेता और विधायक तथा पूर्व शिक्षा मंत्री घनश्याम तिवाड़ी ने सोमवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया, लेकिन उन्होंने कहा कि वह आरएसएस के साथ जुड़े रहेंगे. उन्होंने पार्टी अध्यक्ष अमित शाह को लिखे पत्र में इस फैसले के लिए राज्य की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और केंद्रीय नेतृत्व को जिम्मेदार ठहराया है. तिवाड़ी ने खुद की भारत वाहिनी पार्टी गठित की और कहा कि वह कांग्रेस और भाजपा दोनों दलों के दिग्गज नेताओं को इसमें शामिल करेंगे.
उन्होंने सांगानेर से आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने की भी घोषणा की. उन्होंने कहा कि राज्य के करीब 15 विधायक उनके संपर्क में हैं. उनकी पार्टी राज्य में सभी 200 सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
तिवाड़ी ने कहा कि पिछले चार वर्षो में राजस्थान में अराजकता और उथलपुथल और राज्य में अघोषित आपातकाल जैसा माहौल रहा है.
छह बार विधायक और दो बार मंत्री रह चुके तिवाड़ी कई सालों से आरएसएस के साथ जुड़े रहे हैं.
इससे पहले वह मुख्यमंत्री के खिलाफ खुलकर बोलते रहे थे, जिसके लिए पार्टी की केंद्रीय अनुशासन समिति ने उन्हें नोटिस भी जारी किया था.
इस बीच भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी ने कहा कि पार्टी को तिवाड़ी के इस्तीफे से कोई फर्क नहीं पड़ेगा. उन्होंने कहा, "कई लोगों ने पार्टी छोड़ दी, क्योंकि उनका राजनीतिक करियर समाप्त होने वाला है.
भाजपा प्रदेश प्रभारी अविनाश राय खन्ना ने कहा कि भाजपा एक वृक्ष की तरह है. अगर एक फल शाखा से गिरता भी है तो पेड़ को कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा, लेकिन फल और पत्तों को पेड़ से अलग होने पर प्रभाव पड़ेगा.