राजस्थान में बहुमत से पहले ही शुरू हुई जोड़-तोड़ की कोशिशें, निर्दलियों पर बीजेपी और कांग्रेस की नजर
राजस्थान में जोड़-तोड़ की प्रक्रिया शुरू (File Photo)

राजस्थान (Rajasthan) में शुक्रवार को समाप्त हुए विधानसभा चुनाव (Assembly Election) के नतीजों में कांग्रेस को बहुमत मिलता दिखाई दे रहा है. अभी तक के रुझानों में कांग्रेस 99 सीटों पर आगे चल रही है, वहीं बीजेपी 78 सीटों पर सिमटी हुई है. रुझानों के आगे-पीछे होने के साथ ही राज्य में त्रिशंकु सरकार की संभावनाएं बढ़ रही हैं. इसी के चलते रुझानों के नतीजों में तब्दील होने से पहले दोनों पार्टियां अन्य पार्टियों को अपने साथ करने की कोशिश कर रही है. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो बीजेपी और कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने निर्दलियों से बातचीत भी शुरू कर दी है.

कांग्रेस के दिग्गज नेता और पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मीडिया से बात करते हुए कहा, "मुझे विश्वास है कि कांग्रेस को बहुमत मिलेगी. उन्होंने कहा कि मैं अभी भी निर्दलीय विधायकों का समर्थन चाहता हूं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि हम जीत रहे हैं उसके बाद भी कह रहे हैं कि बीजेपी के अलावा जो पार्टियां हैं वह कांग्रेस का समर्थन करें."

बता दें कि एग्जिट पोल के नतीजों में भी कांग्रेस (Congress) को राजस्थान की सत्ता के लिए जनादेश मिलता दिख रहा था. अभी तक के रुझानों के कांग्रेस बीजेपी से आगे से है लेकिन स्पष्ट बहुमत से दूर है. स्पष्ट बहुमत से कांग्रेस कुछ ही दूर है. यह भी पढ़ें- राजस्थान फिर दोहराएगा इतिहास? कांग्रेस की बन सकती है सरकार

यह पूछे जाने पर कि अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? इस पर गहलोत ने कहा कि इसका निर्णय राहुल गांधी करेंगे. राजस्थान में कांग्रेस पार्टी की ओर से मुख्यमंत्री पद के दोनों दावेदारों अशोक गहलोत और सचिन पायलट ने मंगलवार को विश्वास जताया कि उनकी पार्टी राज्य में सरकार बनाएगी. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि नए मुख्यमंत्री का फैसला कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी द्वारा लिया जाएगा. अशोक गहलोत ने यहां मीडिया से कहा, "कांग्रेस निश्चित तौर पर सरकार बनाएगी."

बता दें कि राज्य के जनता सीएम वसुंधरा राजे से कुछ नाराज चल रही थी जिसका सीधा फायदा कांग्रेस को मिला. राज्य में कांग्रेस बीजेपी से कई आगे निकल गई है. बता दें कि राजस्थान की 200 विधानसभा सीटों में से 199 विधानसभा सीटों पर मतदान हुआ था. राज्य में सरकार बनाने के लिए पार्टी को 100 सीटों की आवश्यकता होती है.