Shiv Sena on EVM Controversy: राहुल गांधी, उद्धव ठाकरे को फेक न्यूज फैलाने के लिए माफी मांगनी चाहिए

शिवसेना प्रवक्ता संजय निरुपम ने सोमवार को कहा कि मीडिया रिपोर्टों के आधार पर सोशल मीडिया पर नॉर्थ वेस्ट मुंबई लोकसभा क्षेत्र में ईवीएम से छेड़छाड़ के बारे में फेक न्यूज फैलाने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिये.

Shiv Sena on EVM Controversy: राहुल गांधी, उद्धव ठाकरे को फेक न्यूज फैलाने के लिए माफी मांगनी चाहिए
Photo Credit:- Instagram

Shiv Sena on EVM Controversy: शिवसेना प्रवक्ता संजय निरुपम ने सोमवार को कहा कि मीडिया रिपोर्टों के आधार पर सोशल मीडिया पर नॉर्थ वेस्ट मुंबई लोकसभा क्षेत्र में ईवीएम से छेड़छाड़ के बारे में फेक न्यूज फैलाने के लिए कांग्रेस नेता राहुल गांधी और शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिये. निरुपम का यह बयान खबर प्रकाशित करने वाले अखबार के खंडन के बाद आया है. अंग्रेजी अखबार ने माफी मांगते हुए कहा कि मुंबई नॉर्थ वेस्ट लोकसभा क्षेत्र में वोटों की गिनती के बारे में उसके द्वारा प्रकाशित खबर गलत थी.

निरुपम ने कहा, "मुंबई नॉर्थ वेस्ट सीट से शिवसेना उम्मीदवार रविंद्र वायकर ने 48 मतों के अंतर से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी को हराकर चुनाव जीता था. लेकिन विपक्ष ने इस परिणाम पर सवाल उठाये हैं. अखबार के 'फेक' न्यूज के आधार पर 'इंडिया' ब्लॉक के नेताओं ने हमला शुरू कर दिया. अब उन सबको माफी मांगनी चाहिए. यदि अखबार ने माफी मांगी है तो आदित्य ठाकरे को भी माफी मांगनी चाहिए." शिवसेना नेता ने कहा कि जिन लोगों ने परिणाम को लेकर चुनाव आयोग पर झूठे आरोप लगाए हैं, उन्हें भी माफी मांगनी चाहिये. उन्होंने कहा, "पारदर्शी तरीके से चुनाव कराने के बाद भी चुनाव आयोग को निशाना बनाया गया, इसलिए माफी मांगने की जरूरत है." यह भी पढ़ें:-  Rahul Gandhi on EVM: भारत में EVM ‘ब्लैक बॉक्स’ हैं, किसी को उनकी जांच की इजाजत नहीं- राहुल गांधी

निरुपम ने दावा किया कि ईवीएम हैक नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा, "यदि ईवीएम हैक किया जा सकता तो कांग्रेस इतनी सीटें कैसे जीत जाती? शिवसेना (यूबीटी) के अमोल कीर्तिकर के जीतने की खबर 4 जून को 5.40 बजे कैसे वायरल हो गई जबकि अभी एक लाख वोटों की गिनती होनी बाकी थी." उन्होंने चेतावनी दी, "(शिवसेना यूबीटी के मुखपत्र) सामना में एक और फेक न्यूज स्टोरी प्रकाशित हुई थी. सामना की एडिटर रश्मि ठाकरे हैं. यदि सामना सार्वजनिक माफीनामा प्रकाशित नहीं करता है तो हम प्रेस काउंसिल में अपील करेंगे."

यहाँ देखें वीडियो :-  

Share Now

संबंधित खबरें

Fact Check: क्या वित्त मंत्रालय भारत के प्रत्येक नागरिक को 46,715 रुपये की वित्तीय सहायता दे रहा है? PIB ने वायरल खबर का किया पर्दाफाश

Facts Check: क्या 2026 तक बंद हो जाएंगे 500 रुपये के नोट? जानिए वायरल वीडियो की सच्चाई

FACT CHECK: 'क्या बिहार में जंगलराज लौट आया है': ब्राजील के VIDEO को पटना का बताकर किया वायरल, ऐसे सामने आई सच्चाई

Why Russian Girls Are So Skinny: रशियन लड़कियां क्यों इतनी 'स्लिम एंड फिट' होती हैं? इंस्टाग्राम क्रिएटर अलेक्जेंड्रा डोरोखिना ने बताए 6 सिंपल डाइट हैक्स (Watch Video)

\