क्या दलित-मुस्लिम और महिलाओं के सहारे UP फतह करना चाहती हैं प्रियंका गांधी? मायावती के वोटर्स पर नजर
प्रियंका गांधी वाड्रा (Photo Credits: Twitter)

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में अगले साल विधानसभा चुनाव होने है. ऐसे में सभी पार्टियां अपनी-अपनी जमीनी पकड़ मजबूत करने की कोशिश में जुट गई हैं. कांग्रेस जो राज्य में 32 सालों से सत्ता से दूर है अब सत्ता के लिए एड़ी चोटी का जोर लगा रही है. यूपी में कांग्रेस को मजबूती दिलाने का काम पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) कर रही हैं. प्रियंका गांधी की सक्रियता से यूपी में कांग्रेस अपना वजूद फिर से हासिल कर सकती है. वर्तमान परिस्थितियों को देखें तो प्रियंका गांधी की इस सक्रियता से मायावती को बड़ा नुकसान हो सकता है. UP: प्रियंका गांधी के दम पर 32 सालों बाद सत्ता वापसी की कोशिश में कांग्रेस, क्या पार्टी को मिलेगा फायदा?

यूपी में जातिगत समीकरणों को साधना एक बड़ी चुनौती है. इस चुनौती को पार करने के लिए प्रियंका गांधी लगातार कोशिश में जुटी हैं. दलित-मुस्लिम जो मायावती के समर्थक रहे हैं अब प्रियंका गांधी के साथ नजर आ रहे हैं. प्रियंका गांधी इनकी आवाज बनकर योगी सरकार के सामने खड़ी हो रही हैं. ऐसे में आगामी चुनाव में मायावती के ये वोट कांग्रेस के खाते में शिफ्ट हो सकते हैं.

दलित-मुस्लिम वोटर्स और महिलाओं का साथ

दलित-मुस्लिम वोटों पर प्रियंका गांधी अपनी पकड़ मजबूत करना चाहती हैं. यही कारण है कि प्रियंका गांधी व्यक्तिगत रूप से जनता के समक्ष उनकी बातों को सुनने के लिए पहुंच रही हैं. प्रियंका गांधी महिलाओं का भरोसा जीतने के लिए भी पूरी कोशिश कर रही हैं. महिलाओं को खुश करने के लिए उन्होंने बड़ा ऐलान किया कि, 'आने वाले विधानसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश में कांग्रेस पार्टी 40 प्रतिशत टिकट महिलाओं को देगी.'

प्रियंका गांधी की यह घोषणा महिला सशक्तीकरण में मुख्य भूमिका निभाएगी. इससे कांग्रेस को महिला वोटर्स का साथ भी मिलेगा. प्रियंका गांधी महिलाओं की सुरक्षा और उनके भविष्य के लिए योगी सरकार के सामने आवाज उठाती रही हैं. प्रदेश में महिलाओं के खिलाफ होने वाले अपराधों के लिए योगी सरकार पर निशाना साधने वाली प्रियंका गांधी तमाम मौकों पर व्यक्तिगत रूप से महिलाओं के साथ खड़ी दिखी हैं.

किसानों की आवाज

प्रियंका गांधी किसानों को उनके आंदोलन में भरपूर सहयोग दे रही हैं. शुरुआत से ही प्रियंका गांधी कृषि कानूनों के खिलाफ सरकार पर हमलावर हैं. प्रियंका गांधी किसानों के इंसाफ की लड़ाई खुद आगे बढ़कर लड़ रहीं है. लखीमपुर खीरी हिंसा के बाद प्रियंका गांधी जिस तरह से किसानों के साथ नजर आई हैं उससे उनकी एक मजबूत छवि सामने आई है.

प्रियंका गांधी जिस तरह से जनता के साथ नजर आ रही हैं इससे उनकी लोकप्रियता में अच्छा इजाफा हुआ है. एक मजबूत महिला नेता बनकर वो हर मुद्दे पर ताल ठोक रही हैं. उनकी इस सक्रियता से कांग्रेस जीत की राह तैयार कर रही है.