नई दिल्ली: पीएम मोदी (PM Modi) की अध्यक्षता में 24 जून को दिल्ली में जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक दलों के साथ होने वाली सर्वदलीय बैठक (All-Party Meeting) को लेकर सरगर्मी तेज हो गई है. बैठक में शामिल होने से पहले जम्मू- कश्मीर के नेताओं के बयान आने शुरू हो गए हैं. जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने पाकिस्तान के साथ एक बार फिर हमदर्दी दिखाते हुए कहा कि केंद्र सरकार को कश्मीर के मुद्दे पर भी पाकिस्तान से बात करनी चाहिए.
पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने कहा, सरकार दोहा में तालिबान से बातचीत कर रही है. ऐसे में अगर जम्मू-कश्मीर (Jammu-Kashmir) में केंद्र सरकार को अमन लाना है तो उन्हें जम्मू-कश्मीर में बातचीत करनी चाहिए और मुद्दों के समाधान के लिए पाकिस्तान के साथ भी बातचीत करनी चाहिए. यह भी पढ़े: JK: पीएम मोदी के साथ सर्वदलीय बैठक में गुपकार नेता शामिल होंगे, आर्टिकल 370 और 35A का मुद्दा उठाएंगे
पाकिस्तान से भी करनी चाहिए बात: महबूबा मुफ्ती
The government is holding dialogue with the Taliban in Doha. They should hold dialogue in Jammu and Kashmir. They should also hold talks with Pakistan for resolution of issues: PDP chief and former J&K CM Mehbooba Mufti pic.twitter.com/uq9mSgcu4G
— ANI (@ANI) June 22, 2021
वहीं पीएम मोदी की अध्यक्षता में दो दिन बाद बैठक में शामिल होने से पहले पीपुल्स अलायंस फॉर गुपकर डिक्लेरेशन के सभी नेता मंगलवार को फारूक अब्दुल्ला के आवास पहुंचे हुए हैं. गुपकर एलायंस के सदस्य मुजफ्फर शाह ने मीडिया के बातचीत में कहा कि "हम सब चीज़ों पर बात करेंगे. हम केंद्र सरकार के साथ 35A और धारा 370 पर में भी बात करेंगे."
बता दें कि जम्मू-कश्मीर के मसले पर केंद्र सरकार का हमेशा से एक ही रुख रहा है कि वह इस मसले पर पाकिस्तान और पाकिस्तान समर्थित हुर्रियत नेताओं से कोई बातचीत नहीं करेगी. अब जब एक बार फिर पीएम मोदी की ओर से जम्मू-कश्मीर के अंदरूनी मसले पर मीटिंग बुलाई गई है तो महबूबा मुफ्ती ने ये बयान देकर नए विवाद को खड़ा कर दिया है.