PM Modi On Congress: कांग्रेस ने आदिवासी राष्ट्रपति का किया अपमान, राज्य सभा में विपक्ष पर बरसे पीएम मोदी, देखें वीडियो

PM Modi Rajya Sabha Speech Today: संसद के बजट सत्र की शुरुआत में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने अभिभाषण दिया था, जिसके अगले दिन वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने अंतरिम बजट पेश किया था. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए राज्यसभा में पीएम नरेंद्र मोदी ने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला.

पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा- कांग्रेस ने आदिवासी राष्ट्रपति का अपमान किया है. अनेक शब्दों से  राष्ट्रपति पद को अपमानित किया गया. कांग्रेस OBC/SC/ST से कांग्रेस को हमेशा परेशानी रही है.

पीएम मोदी ने कहा, कांग्रेस इन दिनों जाति की बात कर रही है. क्यों जरूरत पड़ गई इनको, मैं नहीं जानता हूं. पहले उन्हें अपने गिरेवान में झांकने की जरूरत है. दलित, पिछड़े और आदिवासी कांग्रेस जन्मजात उनकी सबसे बड़ी विरोधी रही है. मैं सोचता हूं कि बाबा साहेब नहीं होते तो एसएसी/एसटी को आरक्षण मिलता या नहीं मिलता. इनकी सोच आज से नहीं, उस समय से ऐसी है, मेरे पास प्रमाण है. बातें जब वहां से उठी हैं, तो उन्हें तैयारी रखनी चाहिए. मैं आदरपूर्वक नेहरू जी को बहुत याद करता हूं. एक बार नेहरू जी ने मुख्यमंत्रियों को चिट्ठी लिखी थी. उन्होंने लिखा कि मैं किसी भी आरक्षण को पसंद नहीं करता और खासकर नौकरी में आरक्षण तो कतई ही नहीं. मेैं ऐसे किसी भी कदम के खिलाफ हूं जो अकुशलता को बढ़ावा दें, जो दोयम दर्जे की ओर ले जाएं. राहुल गांधी पर हमला बोलते हुए कहा कि उस समय सरकार में भर्ती हुई होती और वो प्रमोशन करते हुए आगे बढ़ते तो आज यहां तक पहुंचते.

प्रधानमंत्री ने कांग्रेस पर एसएसी/एसटी और ओबीसी को आरक्षण नहीं देने पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस ने सात दशकों तक उनके अधिकारों से वंचित रखा. धारा 370 को निरस्त किया, तब जाकर उन्हें वो अधिकार मिले हैं. जम्मू कश्मीर में उन्हें कई अधिकार नहीं थे, जो हमने उन्हें धारा 370 हटाकर दिए. पीएम मोदी ने कहा, एससी समुदाय में सबसे पीड़ित वाल्मीकि समुदाय रहा. उन्हें 7 दशक के बाद भी जम्मू कश्मीर के लोगों की सेवाएं करते रहे, लेकिन स्थानीय मूल निवास का अधिकार नहीं दिया गया. मैं आज देश को बताना चाहता हूं कि स्थानीय निकायों में ओबीसी आरक्षण का विधेयक लोकसभा में पारित हो गया है.

पीएम मोदी ने कहा, बाबा साहब के विचारों को खत्म करने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी. इन्हें भारत रत्न देने की भी तैयारी नहीं थी. बीजेपी के समर्थन से और सरकार बनी तब बाबा साहब को भारत रत्न मिला. इतना ही नहीं, अति पिछड़ी समुदाय से आने वाले सीताराम केसरी को उठाकर फुटपाथ पर फेंक दिया गया. वो वीडियो भी उपलब्ध है और उसको देश ने देखा है.