बलिया: लोकसभा चुनाव 2019 में चक्रव्यूह के आखिरी द्वार को भेदने में सभी दल के मुखिया अपने लाव लश्कर के साथ लग गए हैं. इसी कड़ी में पीएम मोदी ने अपने प्रतिद्वंद्वीयों पर जमकर हमला किया. पीएम मोदी ने कहा कि आज पूरे देश में गरीब माताओं बहनों का भरपूर समर्थन आपके इस सेवक को मिल रहा है. इसी समर्थन का परिणाम है कि महामिलावट वाले सपा, बसपा या कांग्रेस हो ये सारे एक ही काम में जुट गए हैं, मोदी को गाली देने में.
पीएम मोदी ने हमला करते हुए कहा कि ये महामिलावटी लोग, पूछ रहे हैं कि, मोदी की जाति क्या है?, बुआ-बबुआ दोनों मिलकर जितने साल मुख्यमंत्री नहीं रहे, उससे कहीं ज्यादा समय मैं गुजरात का सीएम रहा हूं. मैंने अनेक चुनाव लड़े और लड़ाए हैं, लेकिन कभी अपनी जाति का सहारा नहीं लिया. मैंने गरीबी, पिछड़ेपन को भुगता है जो दर्द आज आप सह रहे हैं वो मैंने खुद से सहा है. मैं, मेरा पिछड़ापन और मेरी गरीबी दूर करने के लिए नहीं बल्कि आप के लिए जीता हूं. इसलिए मुझे विश्वास है कि इस परिस्थिति को दूर करने के लिए हम सफल हों.
मैंने गरीबी, पिछड़ेपन को भुगता है जो दर्द आज आप सह रहे हैं वो मैंने खुद से सहा है।
मैं, मेरा पिछड़ापन और मेरी गरीबी दूर करने के लिए नहीं बल्कि आप के लिए जीता हूं।
इसलिए मुझे विश्वास है कि इस परिस्थिति को दूर करने के लिए हम सफल होंगे: पीएम मोदी #HarGharModi pic.twitter.com/DRAtE3sZRd
— BJP (@BJP4India) May 14, 2019
पीएम मोदी ने अपने कामों गिनाते हुए कहा कि, किसान और मजदूर को 60 वर्ष के बाद पेंशन मिले इसकी योजना भी ये चौकीदार ने बनाई है. गरीबी की प्रेरणा से ही सामान्य वर्ग के गरीबों को 10% का आरक्षण दिया गया. ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया गया. आज बलिया में ट्रेनों की आवाजाही बढ़ी है, रेल लाइनों का बिजलीकरण हुआ है, बलिया से वाराणसी का सफर आसान हुआ है. जब कनेक्टिविटी अच्छी होती है तब उद्योगों की संभावनाएं बढ़ती हैं.
Prime Minister Narendra Modi in Ballia: These 'mahamilavatis' are asking 'what is Modi's caste?'. I've been CM of Gujarat for a longer time than both 'Bua-Babua' combined have been CM. I've contested & helped many, in contesting elections, but never used my caste for support. pic.twitter.com/yzZS2H84Gd
— ANI UP (@ANINewsUP) May 14, 2019
गौरतलब हो कि लोकसभा चुनाव के अंतिम चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित उनके दो कैबिनेट सहयोगियों और एक पूर्व कैबिनेट सहयोगी की साख दांव पर है। खास बात यह कि ये चारों सीटें एक साथ लगी हुई हैं। सातवें चरण में मोदी, रेल राज्यमंत्री मनोज सिन्हा, स्वास्थ्य मंत्री अनुप्रिया पटेल और पूर्व केंद्रीय मानव संसाधन राज्य मंत्री भाजपा प्रदेश अध्यक्ष महेन्द्र नाथ पाण्डेय के विकासवाद की परीक्षा होनी है.