'गांधी का भारत' अब 'गोडसे का भारत' बनता दिख रहा- महबूबा मुफ्ती ने केंद्र पर बोला हमला (VIDEO)
महबूबा मुफ्ती (Photo Credits: ANI)

नई दिल्ली: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की वरिष्ठ नेता और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने केंद्र पर निशाना साधते हुए कहा, 'गांधी का भारत' अब 'गोडसे के भारत' बनता दिख रहा है. महबूबा मुफ्ती ने मंगलवार को संवाददाताओं से बात करते हुए पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार के दौरान हुए क्रिकेट मैच को भी याद किया. इसके बाद उन्होंने इसी साल वल्र्ड कप में पाकिस्तान के हाथों टीम इंडिया को मिली शिकस्त पर भारत के कई इलाकों में जश्न के मुद्दे को भी उठाया. महबूबा मुफ्ती बोलीं जम्मू-कश्मीर में साथ रखने के लिए हल करना होगा 370, 35A का मसला

महबूबा मुफ्ती ने कहा, मुझे एक क्रिकेट मैच याद है. भारत-पाकिस्तान के बीच एक क्रिकेट मैच खेला गया था. तब केंद्र में वाजपेयी जी की सरकार थी. उस वक्त पाकिस्तान के नागरिकों ने भारतीय खिलाड़ियों को चीयर किया था. वहीं, भारतीय नागरिक पाकिस्तान की टीम को भी प्रोत्साहित कर रहे थे.

पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती मंगलवार को पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ के उस बयान को भी याद किया, जिसमें उन्होंने झारखंड की राजधानी रांची के क्रिकेटर महेंद्र सिंह धोनी की तारीफ की थी. टीम इंडिया के लिए पाकिस्तान में धोनी ने शानदार पारी खेली थी. मैच देखने के लिए स्टेडियम में आये परवेज मुशर्रफ ने उनकी जमकर तारीफ की थी.

उन्होंने कहा कि परवेज मुशर्रफ ने महेंद्र सिंह धोनी के हेयर स्टाईल की भी तारीफ की थी. साथ ही एमएस धोनी को सलाह दी थी कि धोनी अपना हेयर स्टाईल कभी न बदलें. महबूबा ने कहा है कि लेकिन कुछ दिनों पहले आगरा में कुछ युवाओं ने पाकिस्तान की जीत पर जश्न मनाया था. पड़ोसी देश की टीम का समर्थन किया, तो उनके खिलाफ यहां मुकदमा दर्ज कर दिया गया. ये गलत रवैया है.

महबूबा मुफ्ती ने कहा है कि जिस तरह से पाकिस्तान के खेल की तारीफ करने वालों लोगों के खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दर्ज करा दिया गया और आज की तारीख में इन युवाओं का मुकदमा लड़ने के लिए कोई वकील तैयार नहीं है. इसलिए मुझे ऐसा लगता है कि गांधी का भारत अब गोडसे के भारत में तब्दील होने लगा है.

इससे पहले पीडीपी प्रमुख और जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सोमवार को दिल्ली के जंतर मंतर पर धरना दिया था और मांग की थी कि जम्मू-कश्मीर में लोगों को कथित रूप से दबाना और बेगुनाह नागरिकों की हत्या फौरन बंद की जाए.