मौसम की स्थिति में बदलाव के साथ पाकिस्तान सरकार (Pakistan) के खिलाफ जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम फजीयत (JUIF) के आजादी मार्च के प्रतिभागियों ने यहां शिविरों से अपने-अपने घरों को लौट गए हैं. एक मीडिया रिपोर्ट में शनिवार को इस बात की जानकारी दी गई है. डॉन न्यूज रिपोर्ट के मुताबिक, हालांकि देश के अन्य हिस्सों से आए लोग अभी भी शिविर में अपना डेरा जमाए हुए हैं, लेकिन 31 अक्टूबर को आजादी मार्च में शामिल होने वाले स्थानीय लोग भारी बारिश और ठंड के मौसम के चलते अपने घरों को लौट गए हैं.
कुछ लोग झेलम, चकवाल, अटक और इसके आसपास के इलाकों से यहां शामिल हुए थे, लेकिन भारी बारिश के बाद उनमें से कुछ वहां से चले गए हैं. पिछले हफ्ते के मुकाबले, प्रतिभागियों की संख्या में कमी आई है. खबर, पख्तूनख्वा, सिंध और पंजाब के भीतरी इलाकों से आने वाले अधिकतर लोग अभी भी शिविर में उपस्थित हैं.
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जेयूआईएफ के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान बड़े पैमाने पर 'आजादी मार्च' का नेतृत्व कर रहे हैं जिसका शुक्रवार को नौवां दिन रहा है. प्रदर्शनकारी 2018 के आम चुनावों में धांधली का आरोप लगाते हुए इमरान खान के इस्तीफे की मांग कर रहे हैं.