Odisha: मुखिया बनने का सपना टूटा तो शख्स ने गांव में मचा दिया कोहराम, खोद दी सड़कें, पत्थर रख बंद किये रास्ते, स्ट्रीट लाइटें भी निकाली
सरपंच उम्मीदवार ने चुनाव हारने के बाद गांव में मचाया उत्पात (Photo Credits: ANI)

भुवनेश्वर: ओडिशा (Odisha) में मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के नेतृत्व वाली बीजू जनता दल (बीजद) ने हाल ही में हुए पंचायत चुनाव (Odisha Panchayat Election 2022) में शानदार जीत दर्ज की. हालांकि इस बीच एक ऐसा प्रत्याशी सुर्खियों में है, जिसने हारने के बाद गांव में जमकर उत्पात मचाया है. आरोप है कि उसने अपने समर्थकों के साथ मिलकर गांव की कई सड़के खोद दी और स्ट्रीट लाइटें निकाल दी. हालांकि पुलिस इस मामले की जांच में जुटी हुई है. ओडिशा पंचायत चुनाव : बीजद की प्रचंड जीत

न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक गजपति (Gajapati) जिले के गंगबाड़ा (Gangabada) गांव में चुनाव हारने वाले एक सरपंच उम्मीदवार ने कथित तौर पर गांव की सड़क खोदी और कई जगह पत्थर व अन्य चीजों से सड़क ब्लाक कर दिया. इतना ही नहीं उसने गांव में स्ट्रीट लाइटें भी निकाल दी.

एक ग्रामीण ने बताया कि पंचायत चुनाव में पराजित उम्मीदवार बारिक साबर (Barik Sabar) और उनके समर्थकों ने सड़क खोद दी है.

वहीं, इस घटना के बाद मौके पर पहुंचे एक पुलिस अधिकारी ने कहा "हम मामले की जांच कर रहे हैं और जल्द ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे."

उल्लेखनीय है कि कई जगहों पर कॉलेज की छात्रा, सब्जी विक्रेता और दंत चिकित्सक ने राज्य में ग्रामीण चुनाव में जीत हासिल की है. पुरी जिले के प्रताप पुरुषोत्तमपुर गांव के एक गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली स्नातक की छात्रा हीरा नायक ने पंचायत चुनाव में जीत दर्ज की. उन्होंने पंचायत समिति सदस्य की सीट चार मतों के मामूली अंतर से जीती. इसी तरह, सब्जी विक्रेता टी. श्रीधर ने रायगडा जिले के रामनगुडा जोन-I से जिला परिषद सदस्य के रूप में चुनाव जीता.

पेशे से दंत चिकित्सक एवं कांग्रेस के पूर्व विधायक भजबल माझी की बेटी लिपिका माझी ने नबरंगपुर जिले के पापदहांडी जिला परिषद जोन-द्वितीय से जीत दर्ज की. उन्होंने कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा था.