ढाका: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने बांग्लादेश की अपनी समकक्ष शेख हसीना को आश्वासन दिया है कि राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) का 'बांग्लादेश पर कोई प्रभाव नहीं' पड़ेगा और इस बारे में चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है.
समाचार पत्र 'द डेली स्टार' के मुताबिक, उन्होंने शुक्रवार को 74वें संयुक्त राष्ट्र महासभा सत्र से इतर लोटे न्यूयॉर्क पैलेस होटल में हसीना के साथ मुलाकात के दौरान यह आश्वासन दिया. बैठक के बाद पत्रकारों को जानकारी देते हुए बांग्लादेश के विदेश मंत्री ए. के. अब्दुल मोमेन ने कहा कि वार्ता बहुत सौहार्दपूर्ण और मैत्रीपूर्ण वातावरण में हुई.
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उन्होंने कहा कि बैठक में तीस्ता नदी सहित एनआरसी जैसे मुद्दों पर द्विपक्षीय चर्चा हुई. एनआरसी मुद्दे को उठाते हुए, हसीना ने कहा कि यह बांग्लादेश के लिए बहुत चिंता का विषय बन गया है. अपने जवाब में मोदी ने कहा कि एनआरसी और जल-बंटवारे जैसे मुद्दों का बहुत आसानी से समाधान किया जा सकता है क्योंकि बांग्लादेश और भारत के बीच संबंध बहुत अच्छे हैं.
मोदी ने हसीना को आश्वासन दिया कि भारतीय अधिकारी मुद्दों को सुलझाने के लिए काम करेंगे और कहा कि बांग्लादेश को इसकी चिंता करने की जरूरत नहीं है. विदेश मंत्री मोमेन ने कहा कि बैठक में कोई विस्तृत चर्चा नहीं हुई क्योंकि दोनों नेताओं के बीच 5 अक्टूबर को नई दिल्ली में द्विपक्षीय बैठक होने वाली है.