मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018: बीजेपी को एक और बड़ा झटका, पार्टी के अंदर बढ़ती बगावत के बीच दिग्गज नेता ने दिया इस्तीफा
बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह और पीएम मोदी (Photo Credit: PTI)

भोपाल: विधानसभा चुनाव के करीब आने के साथ-साथ राज्य में सियासी हलचल तेज हो गई है. इसी बीच बीजेपी के लिए बुरी खबर हर दिन बढ़ती जा रही हैं. चुनावी मैदान में अपना दम खम दिखाने से पहले बीजेपी के कार्यकर्ता लगातार अपनी पार्टी को एक के बाद एक झटके देते जा रहें हैं. पार्टी के अंदर ही कार्यकर्ताओं में पार्टी को लेकर बगावती माहौल बन रहा है. इसी बीच बीजेपी युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और वर्तमान में बीजेपी राष्ट्रीय परिषद के सदस्य धीरज पटेरिया ने अब पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. धीरज पटेरिया ने मंगलवार को लिखित में अपना इस्तीफा प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह और संगठन महामंत्री सुभाष भगत को सौंपा है.

पटेरिया के इस्तीफे के बाद से पार्टी में हड़कंप मच गया है. बताया जा रहा है कि धीरज पटेरिया पार्टी में उनकी उपेक्षा को लेकर नाराज थे, वे पार्टी के उनके प्रति किए जा रहे व्यवहार से खुश नहीं थे, जिसके बाद उन्होंने पार्टी से इस्तीफा देना ही सही समझा. यह भी पढ़ें- मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव 2018: कमलनाथ ने ऐसे किया ज्योतिरादित्य सिंधिया को चेकमेट

पटेरिया का इस्तीफा पड़ सकता है पार्टी को भारी 

धीरज के पार्टी छोड़ने की खबर से भोपाल तक सियासी घमासान मच गया है. राज्य में पार्टी के अंदर ही ऐसी बगावत बीजेपी के लिए मुसीबत का सबब बं रही है. दिनों दिन बढ़ रही बगावत और बड़े नेताओं की नाराजगी पार्टी को क्षेत्रीय स्तर पर भारी पड़ सकती है. इसका सीधा असर पार्टी को आगामी विधानसभा चुनाव में भुगतना पड़ सकता है.

लगातार नजरअंदाज किए जाने से नाराज थे पटेरिया 

बताया जा रहा है कि धीरज पटेरिया बीते 25 सालों से जबलपुर के उत्तर मध्य से टिकट की मांग कर रहे हैं, पर हर बार पार्टी उनकी उपेक्षा करते हुए अन्य व्यक्ति को उत्तर मध्य से प्रत्याशी घोषित कर देती है. इस बार भी धीरज पटेरिया ने उत्तर मध्य से टिकट के लिए पार्टी हाईकमान से मांग की थी, लेकिन हर बार की तरह इस बार भी पार्टी ने उन्हें नजरअंदाज करते हुए उन्हें टिकट नहीं दिया. जिससे नाराज होकर धीरज पटेरिया ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता सहित सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है.पटेरिया के इस्तीफे के बाद बताया जा रहा है कि कांग्रेस उनसे संपर्क कर रही है.

पटेरिया ने कहा कि वे 14 साल की उम्र से संघ के कार्यकर्ता हैं. विद्यार्थी परिषद के बाद वे प्रदेश बीजेपी युवा मोर्चा के अध्यक्ष भी रहे. उन्होंने कहा कि 2013 के विधानसभा चुनाव के दौरान पार्टी संगठन ने उन्हें अगले चुनाव तक रुकने का वादा किया था. इसके बावजूद उनकी उपेक्षा की गई. पटेरिया उत्तर-मध्य विधानसभा क्षेत्र से बीजेपी टिकट की मांग कर रहे थे. सोमवार को पार्टी द्वारा घोषित 17 उम्मीदवारों की दूसरी सूची में उत्तर-मध्य विधान सभा क्षेत्र से वर्तमान विधायक व मंत्री शरद जैन को फिर से उम्मीदवार बनाया गया.